प्राइमरी स्कूलों में 30 और अपर प्राइमरी में 50 फीसद आए बच्चे

करीब 16 माह बाद जिले के सभी स्कूल खोलने के आदेश दे दिए गए।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 10:55 PM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 10:55 PM (IST)
प्राइमरी स्कूलों में 30 और अपर प्राइमरी में 50 फीसद आए बच्चे
प्राइमरी स्कूलों में 30 और अपर प्राइमरी में 50 फीसद आए बच्चे

संस, अमृतसर: करीब 16 माह बाद जिले के सभी स्कूल खोलने के आदेश दे दिए गए। सोमवार को सरकारी स्कूलों में ही विद्यार्थी आए मगर अधिकतर निजी स्कूलों में अभी नहीं बुलाए गए। इक्का-दुक्का निजी स्कूलों में ही नाममात्र बच्चे आए। स्कूलों की ओर से पेरेंट्स से वाट्सएप व गूगल एप के जरिये विद्यार्थियों को स्कूल में भेजने का सहमति पत्र मांगा जा रहा है। निजी स्कूलों के प्रबंधकों के अनुसार वे दस अगस्त के बाद जूनियर्स विग की कक्षाएं लगाएंगे। 10वीं, 11वीं और 12वीं की कक्षाएं लगातार चल रही हैं।

सोमवार को सरकारी प्राइमरी स्कूलों में विद्यार्थियों की हाजिरी 30 प्रतिशत और अपर प्राइमरी सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की उपस्थिति 50 प्रतिशत के करीब रही। कम संख्या में स्कूलों में आए विद्यार्थियों के प्रवेश से पूर्व थर्मल स्क्रीनिग, फिजिकल दूरी के साथ साथ हाथों को सैनिटाइज करवाया गया। एक बेंच पर एक ही स्टूडेंट को बिठाया। जिन कक्षाओं में अधिक बच्चे थे, उन्हें दो या अधिक सेक्शन में बांट दिया गया। जिले में सरकारी हाई व सेकेंडरी स्कूलों की गिनती 225, एडिड स्कूल्ज 35, प्राइवेट पंजाब स्कूल एजुकेशन बोर्ड से मान्यता प्रापत हाई व सेकेंडरी स्कूल्ज 375, सीबीएसई से मान्यता प्राप्त स्कूल 50, आइसीएसई बोर्ड से मान्यता प्राप्त 9 स्कूलों में विद्यार्थियों ने दस्तक दी। हालांकि अभी अधिकतर अभिभावक छोटे बच्चों को स्कूल भेजने के लिए सहमत नहीं है। वे स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।

रोटेशन और डबल शिफ्ट में अलग-अलग कक्षाओं के बच्चों को बुलाएंगे: डीईओ

डीईओ सेकेंडरी सतिदरबीर सिंह ने कहा कि कक्षाओं में विद्यार्थियों की भीड़ न हो, इससे बचाव के लिए वह दिन के हिसाब से कक्षाएं स्कूल में बुलाएंगे। जैसे कि सोमवार को छठी, मंगलवार को सातवीं और अन्य वार के हिसाब से कक्षाओं में विद्यार्थियों को आमंत्रित किया जाएगा। इसका प्रपोजल वह एजूकेशन सेक्रेटरी को भेजेंगे। इसी तरह डीईओ एलिमेंट्री सुशील तुली ने बताया कि वह डबल शिफ्ट में प्राइमरी स्कूल लगाने के लिए शिक्षा सचिव को प्रस्ताव भेजेंगे। अभी पेरेट्स से सहमति पत्र मांगे गए हैं: रासा

डीएवी इंटरनेशनल स्कूल, स्प्रिंग डेल, मानव पब्लिक स्कूल सहित कई शहर के बड़े स्कूलों ने फिलहाल जूनियर कक्षाओं को नहीं लगाया है। ये सभी अगले सप्ताह से जूनियर कक्षाएं लगाने पर विचार कर रहे है। रेकोग्नाइजड एफीलिएटिड स्कूल एसोसिएशन के प्रदेश महासचिव सुजीत शर्मा बबलू ने कहा कि रासा से संबद्ध स्कूल प्राइमरी कक्षाओं को लेकर अतिरिक्त सावधानी बरत रहे हैं। पहले पेरेंट्स से सहमति पत्र मांगे गए हैं। उसके बाद छोटे बच्चों को स्कूल बुलाने पर विचार होगा। कई स्कूलों में विद्यार्थियों ने नहीं लगाया था मास्क

कोरोना से बचाव का एकमात्र रास्ता मास्क लगाना है। ऐसे में विद्यार्थी कई जगह व स्कूलों के बाहर बिना मास्क के देखे गए। यह उनकी सेहत से खिलवाड़ है। विद्यार्थियों को समझना होगा कि सेहत के बिना सब कुछ अधूरा है। इसलिए बच्चे मास्क लगाएं और दूसरों को भी इस बीमारी से बचाएं।

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