जूनियर डाक्टरों ने धरनास्थल पर हेल्प डेस्क बनाया

सरकारी मेडिकल कालेज में कार्यरत जूनियर रेजिडेंट डाक्टरों ने मेडिकल सुपरिटेंडेंट डा. केडी सिंह के कहने पर ओपीडी के समीप हेल्प डेस्क स्थापित किया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 06 Dec 2021 11:56 PM (IST) Updated:Mon, 06 Dec 2021 11:56 PM (IST)
जूनियर डाक्टरों ने धरनास्थल पर हेल्प डेस्क बनाया
जूनियर डाक्टरों ने धरनास्थल पर हेल्प डेस्क बनाया

जागरण संवाददाता, अमृतसर : सरकारी मेडिकल कालेज में कार्यरत जूनियर रेजिडेंट डाक्टरों ने मेडिकल सुपरिटेंडेंट डा. केडी सिंह के कहने पर ओपीडी के समीप हेल्प डेस्क स्थापित किया है। नीट-पीजी की काउंसलिग न होने से खफा जूनियर डाक्टर पिछले एक सप्ताह से ओपीडी सेवाओं का बहिष्कार कर रहे हैं। इस दौरान ओपीडी का मुख्य द्वार बंद कर दिया जाता रहा। इससे मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। डा. केडी सिंह ने जूनियर रेजिडेंट डाक्टरों से अपील की थी हड़ताल उनका संवैधानिक अधिकार है, पर यह जरूर ध्यान रखें कि मरीजों को किसी तरह की परेशानी न हो। सोमवार को जूनियर डाक्टरों ने ओपीडी के बाहर ही धरना लगाया। इस दौरान हेल्प डेस्क स्थापित किया गया। ओपीडी की तरफ जाने वाले मरीजों को गाइड किया गया कि वे बेबे नानकी मदर एंड चाइल्ड केयर, इमरजेंसी वार्ड या मेडिकल कालेज स्थित पार्किंग एरिया की तरफ से बने प्रवेश द्वारों से ओपीडी तक जा सकते हैं। इसी बीच दिव्यांगों और बुजुर्गों के लिए डाक्टरों ने ओपीडी का द्वार खोला भी।

जूनियर रेजिडेंट डाक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. साहिल कौंडल ने कहा कि हम मरीजों को परेशानी में नहीं डालना चाहते। सरकार द्वारा सितंबर में नीट-पीजी की परीक्षा ली गई थी। इसके एक माह बाद काउंसलिंग की जानी थी, पर यह मामला अब सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। बार- बार तारीख आगे बढ़ाई जा रही है। इससे भावी डाक्टरों को मौका नहीं मिला रहा और जूनियर रेजिडेंट पर काम का बोझ बढ़ा है।

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