मंत्री और विधायक नहीं हुए पेश, अब 11 तक पक्ष रखने का दिया समय
सरबत खालसा की ओर से नियुक्त किए गए श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यवाहक जत्थेदार ध्यान सिंह मंड ने हुकमनामा जारी किया था।
जागरण संवाददाता, अमृतसर: सरबत खालसा की ओर से नियुक्त किए गए श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यवाहक जत्थेदार ध्यान सिंह मंड ने हुकमनामा जारी किया था। उन्होंने कैबिनेट मंत्री सुखजिदर सिंह रंधावा व तृप्त रजिदर सिंह बाजवा और तीन कांग्रेस विधायकों हरमिदर सिह गिल, कुशलदीप सिंह ढिल्लों और कुलबीर सिंह जीरा को दो अगस्त को पेश अकाल तख्त साहिब पर पेश होने के आदेश दिए थे। पर वे नहीं आए। इसके बाद अब उन्होंने पांचों को 11 अगस्त को श्री अकाल तख्त साहिब पर अपना पक्ष रखने का समय दिया है। उन्होंने कहा कि अगर इन नेताओं ने पक्ष रखने को नजरअंदाज किया तो इनके खिलाफ सिख धार्मिक रिवायतों के अनुसार कार्रवाई होगी। इन कांग्रेसी नेताओं पर आरोप है कि इन ने बरगाढ़ी में श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी व समय की सरकार के आदेशों पर निर्दोष सिखों पर गोली चलाने के मामले में दोषियों को सजाएं दिलवाने का संगत की मौजूदगी में एलान किया था और बरगाढ़ी के आंदोलन को खत्म करवाया था। परंतु नौ दिसंबर 2018 से लेकर आज तक इस मामले में किए गए एलान को पूरा नहीं किया है। इसलिए ये पांचों नेता सिख कौम और श्री गुरु ग्रंथ साहिब के दोषी है।
जत्थेदार मंड ने कहा कि इन नेताओं ने सरकार के प्रतिनिधि बन कर संगत में आ कर कहा था कि पंजाब सरकार बेअबदी और बरगाढ़ी के दोषियों को सख्त सजा देगी। संगत अपना धरना वापस ले। परंतु एलान किए गए वादे को पूरा न करके इन नेताओं ने गुरुग्रंथ साहिब और पंथ के साथ धोखा किया और पंथक सिद्धांतों को ठेस पहुंचाई है। इसलिए ये नेता गुरु पंथ के दोषी है। मामला सारे पंथ के साथ जुड़ा हुआ है। सरकार ने वायदा खलाफी की है। उसे कौम सहन नहीं करेगी। इस से पहले जत्थेदार मंड श्री हरिमंदिर साहिब अपने समर्थकों के साथ श्री हरिमंदिर साहिब में माथा टेकने के लिए गए और श्री अकाल तख्त साहिब पर अरदास भी की। इस अवसर पर उनके साथ पांच सिहों भाई हरबंस सिंह, बाबा हिम्मत सिंह, बाबा नशत्तर सिंह, बाबा गुरसेवक सिंह ने बैठक करके यह हुकमनामा जारी किया है।