गुरुद्वारा नानक मता के उपाध्यक्ष ने मांगी माफी, धार्मिक सजा के आदेश
गुरुद्वारा नानक मता के उपाध्यक्ष जसविदर सिंह श्री अकाल तख्त साहिब पर पेश हुए।
जागरण संवाददाता, अमृतसर: सरबत खालसा की ओर से नियुक्त किए गए श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार भाई जगतार सिंह हवारा के आदेश पर गुरुद्वारा नानक मता के उपाध्यक्ष जसविदर सिंह श्री अकाल तख्त साहिब पर पेश हुए। जसविदर सिंह शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से नियुक्त किए जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह की जगह जत्थेदार जगतार सिंह हवारा द्वारा गठित हवारा कमेटी के सदस्यों के समक्ष पेश हुए। जसविदर ने अपनी गलती कमेटी के समक्ष स्वीकार की और माफी मांगी। हवारा कमेटी के सदस्यों ने भाई जगतार सिंह हवारा द्वारा जसविदर सिंह के लिए जारी हुक्मनामा की चिट्ठी सौंपते हुए आदेश दिए कि वह कहीं भी संगत के सामने, पांच प्यारों के समक्ष पेश होकर अपनी गलती स्वीकार करते हुए पांच प्यारों से अपनी धार्मिक सजा लगवाएं। धार्मिक सजा पूरी करने के बाद वह श्री अकाल तख्त साहिब पर माथा टेकें। यह भी आदेश जसविदर को दिया कि वह अपने अहंकार को छोड़कर गुरु घर में आएं।
उल्लेखनीय है कि गुरुद्वारा नानक मता उत्तराखंड की प्रबंधक कमेटी की ओर से कुछ समय पहले वहां के मुख्यमंत्री का स्वागत राजनीतिक ढंग से किया गया था। कमेटी के सदस्यों ने मुख्यमंत्री को चांदी का मुकुट भेंट किया था और उनकी स्वागत में नृत्य गायन भी करवाया था जो गुरु परंपराओं के खिलाफ है। इस दौरान हवारा कमेटी के प्रो. बलजिदर सिंह, बाबा गुरचरण सिंह, बलबीर सिंह हिसार, एडवोकेट दिलशेर सिंह, भुपिदर सिंह पहलवान जर्मनी, महांबीर सिंह, सुखराज सिंह वेरका, दलजीत सिंह गिल, रघुबीर सिंह, दर्शन सिंह बटाला, इंद्रवीर सिंह, बलविदर सिंह और चमकौर सिंह भी मौजूद थे।