गुरु साहिब की शिक्षाओं को अपने जीवन में लागू करें : बीबी जगीर कौर
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की अध्यक्ष बीबी जगीर कौर ने खालसा पंथ के स्थापना दिवस पर बधाई दी है।
जासं, अमृतसर : शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की अध्यक्ष बीबी जगीर कौर ने खालसा पंथ के स्थापना दिवस पर बधाई दी है। उन्होंने कहा कि कौम एकता में रहते हुए गुरु साहिब की शिक्षाओं को अपने जीवन में लागू करें। उन्होंने कहा कि श्री गुरु गोविंद सिंह जी ने खालसा पंथ की स्थापना करके मानवता को गुलामी से मुक्त करवाया था। गुरु साहिब की ओर से बैसाखी वाले दिन 1699 ईसवी में आनंदपुर साहिब में खालसा पंथ की स्थापना करके दुनिया के इतिहास में एक नया अध्याय दर्ज किया था। एसजीपीसी सारी दुनिया में रहने वाले सिखों को खालसा पंथ की स्थापना पर बाणी व बाणे को अपनाने व अमृतपान करने की अपील करती है। हमें गुरु साहिब की शिक्षाओं पर चलना चाहिए। खालसा पंथ का स्थापना दिवस संगत की ओर से अकाल तख्त साहिब, तख्त दमदमा साहिब और तख्त आनंदपुर साहिब में भव्य रूप में आयोजित किया जा रहा है। इसमें संगत बढ़ी संख्या में शामिल हो।
वहीं फिरोजपुर में सेना भर्ती के दौरान फिजिकल टैस्ट के वक्त सैन्य अफसरों द्वंारा अमृतधारी सिख युवाओं को ककार उतारने के लिए मजबूर करने की एसजीपीसी ने निदा की है। एसजीपीसी अध्यक्ष बीबी जगीर कौर ने कहा कि अमृतधारियों के लिए ककार रहित मर्यादा का अहम हिस्सा है। इनको शरीर से अलग नहीं किया जा सकता। भर्ती दौरान सैन्य अधिकारियों द्वंारा ककारों को उतरवाने से युवाओं की धार्मिक भावनाओं को आहत किया। संविधान सैनिकों को अपने धर्म के अनुसार रहने की इजाजत देता है। देश की सीमाओं की रक्षा के लिए सिख सैनिकों ने बहुत कुर्बानिया दी है।