सीएम की तरफ मांगों को अनसुना करना दुखदायी : विकास मंच

मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने सोमवार को अमृतसर आगमन के दौरान सांसद गुरजीत सिंह औजला और पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा बताई गई जायज मांगों को पूरी तरह से अनदेखा कर अमृतसर के लोगों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 07:06 PM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 07:06 PM (IST)
सीएम की तरफ मांगों को अनसुना करना दुखदायी : विकास मंच
सीएम की तरफ मांगों को अनसुना करना दुखदायी : विकास मंच

जागरण संवाददाता, अमृतसर : मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने सोमवार को अमृतसर आगमन के दौरान सांसद गुरजीत सिंह औजला और पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा बताई गई जायज मांगों को पूरी तरह से अनदेखा कर अमृतसर के लोगों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। अमृतसर विकास मंच संस्था के सरप्रस्त प्रिसिपल कुलवंत सिंह अनखी, मनमोहन सिंह बराड़, चरणजीत सिंह गुमटाला और प्रधान हरदीप सिंह चाहल ने इसे दुखदायी बताया। उन्होंने कहा कि सांसद औजला ने गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी में मुख्यमंत्री से मांग की थी कि सरकारी मेडिकल कालेज से संबंधित गुरु नानक देव अस्पताल को एम्स के स्तर पर अपग्रेड किया जाए। साथ ही जीएनडीयू में सिथेटिक एथलेटिक्स ट्रैक बनाने के लिए फंड जारी किया जाए। मगर मुख्यमंत्री ने इन बातों को ज्यादा तवज्जों नहीं दी। इसके अलावा नवजोत सिंह सिद्धू ने जीएनडीयू के विकास के लिए 100 करोड़ रुपये की विशेष ग्रांट देने और अध्यापकों की हड़ताल खत्म करवाने के लिए उन्हें सांतवें पे-कमीशन की सिफारिशों के मुताबिक ग्रेड देने की मांग की। मगरमुख्यमंत्री चन्नी ने इन मांगों की तरफ भी ध्यान नहीं दिया। इसके अलावा वीसी डा. जसपाल सिंह संधू ने भी जरूरी खर्चों को ध्यान में रखकर 200 करोड़ रुपये की मांग रखी थी, लेकिन इसे भी अनसुना कर दिया। इस कारण यहां के लोग पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा सीएम के व्यवहार से दुखी है। मुख्यमंत्री का सारा ध्यान मोरिडा इलाके पर ही केंद्रित है जबकि मुख्यमंत्री का फर्ज है कि वह पूरे राज्य का ध्यान रखे।

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