कुंडली बार्डर की घटना ने तालिबानियों की याद दिलाई : प्रो. चावला
पूर्व मंत्री प्रो. लक्ष्मीकांता चावला ने कहा है कि कुंडली बार्डर पर तरनतारन के रहने वाले व्यक्ति लखबीर सिंह की हुई हत्या की घटना ने तालिबानियों की याद दिला दी है।
संस, अमृतसर: पूर्व मंत्री प्रो. लक्ष्मीकांता चावला ने कहा है कि कुंडली बार्डर पर तरनतारन के रहने वाले व्यक्ति लखबीर सिंह की हुई हत्या की घटना ने तालिबानियों की याद दिला दी है। उन्होंने कहा कि लखबीर के शव का अंतिम संस्कार भी उस ढंग से नहीं होने दिया गया, जिस तरीके से इंसानियत के नाते होना चाहिए था। उन्होंने कहा, मेरा सवाल मानव अधिकारों के ठेकेदार, सरकारी मानवाधिकार आयोग, गैर सरकारी संगठनों से है कि वे अब क्यों गूंगे हो गए? अंतिम संस्कार बाइज्जत करना तो दुश्मनों का भी लिखा है, पर अपने ही देश में एक हिदुस्तानी तालिबानी ढंग से मारा जाए और अंतिम संस्कार में इतनी मुसीबतें खड़ी कर दीं कि उसका परिवार उसे देख न सके। घी की जगह मिट्टी का तेल डालकर शरीर को जलाना पड़े। कोई उत्तर देगा। यह खामोशी अपराध और अत्याचार को बढ़ावा देगी। अच्छा है अपने नाम के आगे से मानव अधिकारी शब्द ही हटा लें। जो खुद ही मजबूर हैं वो दूसरों के जिदा या मृत व्यक्ति के अधिकारों की क्या रक्षा करेंगे?