सिद्धू ने किया मर्यादा का उल्लंघन: जगीर कौर
बीबी जगीर कौर ने पंजाब कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू पर फतेहगढ़ साहिब के गुरुद्वारा साहिब में माथा टेकने के दौरान मर्यादा के उल्लंघन का आरोप लगाया है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर: शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) की अध्यक्ष बीबी जगीर कौर ने पंजाब कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू पर फतेहगढ़ साहिब के गुरुद्वारा साहिब में माथा टेकने के दौरान मर्यादा के उल्लंघन का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि अगर भविष्य में सिद्धू और उनके साथियों ने मर्यादा का ध्यान न रखा तो फिर उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। सिद्धू की हरकत से सिखों के मनों को गहरी ठेस पहुंची है।
जगीर ने कहा कि संगत और बहुत ही जिम्मेदार व्यक्तियों की ओर से उसे सूचित किया गया है और कुछ सीसीटीवी कैमरों की क्लिप व वीडियो भी भेजी है जिसमें स्पष्ट है कि जब नवजोत सिंह सिद्धू फतेहगढ़ साहिब में शहीदों की धरती पर गुरुद्वारा साहिब में माथा टेकने के लिए गए तो वहां पर पुलिस ने इतनी अधिक सुरक्षा सख्त कर दी कि काफी समय तक श्रद्धालुओं को रोकते हुए उन्हें वहां पर माथा टेकने नहीं दिया गया। सिद्धू को साधारण श्रद्धालु की तरह माथा टेकने के लिए गुरुघरों में आना चाहिए।
जगीर कौर ने कहा कि मुख्य दरबार में भी मर्यादा के खिलाफ सिद्धू का समर्थक जो क्लीन शेव था, उसने अपनी जेब से सिरोपा निकाल कर सिद्धू को डाला है जो सिख परंपरा के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि अगर सिद्धू ने ऐसे ही सिरोपा डलवाना था तो वह गुरुद्वारा परिसर से बाहर यह सिरोपा डलवा सकता था। आरएसएस वर्करों की ओर से ककारों की तौहीन करने का जगीर कौर किया विरोध
जासं, अमृतसर: हरियाणा के कुरुक्षेत्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के कार्यकर्ताओं की ओर से सिख ककारों की तौहीन करने का शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) की अध्यक्ष बीबी जगीर कौर ने सख्त नोटिस लिया है। उन्होंने कहा कि आरएसएस के लोग सिखों को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं जो सहन नहीं किया जाएगा। जगीर कौर ने कहा कि आरएसएस को कोई अधिकार नहीं है कि वह सिखों के ककारों को मजाक के रूप में ले और सिखों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने की कोशिश करे। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र में सिर के बाल काटे हुए लोगों की ओर से अपने गले में गातरे व कृपाण डालकर सिखों को भड़काने की कोशिश की है। इस तरह के लोगों की हरकतों के कारण माहौल खराब होता है। परंतु वहां की सरकार इस मुद्दे पर खामोश है। हरियाणा सरकार को संबंधित मामले में आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।