नौकरी से निकालने की घोषणा से आहत दर्जा चार कर्मियों ने जताया रोष

कोरोना काल में सरकारी अस्पतालों में तैनात किए गए दर्जा चार कर्मचारियों को निकालने का सरकारी आदेश मिलने के बाद कर्मचारियों में भारी रोष है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 26 Sep 2021 08:01 PM (IST) Updated:Sun, 26 Sep 2021 08:01 PM (IST)
नौकरी से निकालने की घोषणा से आहत दर्जा चार कर्मियों ने जताया रोष
नौकरी से निकालने की घोषणा से आहत दर्जा चार कर्मियों ने जताया रोष

जागरण संवाददाता, अमृतसर : कोरोना काल में सरकारी अस्पतालों में तैनात किए गए दर्जा चार कर्मचारियों को निकालने का सरकारी आदेश मिलने के बाद कर्मचारियों में भारी रोष है। रविवार को गुरु नानक देव अस्पताल (जीएनडीएच) में दर्जा चार कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया।

इन कर्मचारियों में शामिल पिकी ने बताया कि दर्जा चार कर्मचारियों ने कोरोना काल में फ्रंट लाइन वर्कर की भूमिका में काम किया। डाक्टरों के साथ मरीजों की सेवा में जी जान से जुटे रहे। अब सरकार उन्हें 30 सितंबर को बाहर का रास्ता दिखाने जा रही है। सरकारी मेडिकल कालेज अमृतसर पटियाला और फरीदकोट मेडिकल कालेजों में समूह कर्मचारियों ने दिन रात काम किया है। इस फैसले के खिलाफ कर्मचारियों में रोष है। इमरजेंसी वार्ड के बाहर प्रदर्शन करने के बाद कर्मचारी कैबिनेट मंत्री डा. राजकुमार वेरका के कार्यालय पहुंचे और ज्ञापन सौंपा। कर्मचारियों ने कहा कि सरकारी मेडिकल कालेजों से संबंधित अस्पतालों में दर्जा चार कर्मचारियों की पहले से ही कमी है। ऐसे में सरकार उन्हें नौकरी से निकालने की बजाय स्थायी करे।

chat bot
आपका साथी