अटारी बार्डर पर तेज रफ्तार कार बेरिकेड्स से टकराई, चालक को बीएसएफ ने दबोचा

भारत-पाक सीमा अटारी बार्डर के मुख्य द्वार पर बुधवार की रात करीब दो बजे एक इनोवा कार बीएसएफ की तरफ से लगाए गए बैरिकेड्स से टकरा गई।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 11:55 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 11:55 PM (IST)
अटारी बार्डर पर तेज रफ्तार कार बेरिकेड्स से टकराई, चालक को बीएसएफ ने दबोचा
अटारी बार्डर पर तेज रफ्तार कार बेरिकेड्स से टकराई, चालक को बीएसएफ ने दबोचा

जागरण संवाददाता, अमृतसर

भारत-पाक सीमा अटारी बार्डर के मुख्य द्वार पर बुधवार की रात करीब दो बजे एक इनोवा कार बीएसएफ की तरफ से लगाए गए बैरिकेड्स से टकरा गई। गाड़ी की रफ्तार इतनी तेज थी कि वह बेरिकेड्स को 50 मीटर तक घसीटते हुए ले गई। बीएसएफ अधिकारियों का कहना है कि कार बेरिकेड्स में फंस गई थी, जिस कारण वह रुक गई, नहीं तो यह कार अटारी बार्डर पर बने स्वर्ण द्वार तक भी पहुंच सकती थी। फिलहाल बीएसएफ ने टैक्सी चालक को हिरासत में ले कर पूछताछ के बाद उसे थाना घरिडा की पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। कार चालक की पहचान इंद्रजीत सिंह नजदीक फ्लोर मिल इस्लामाबाद के रूप में हुई है।

मामले के अनुसार बुधवार की रात दो बजे के करीब एक तेज रफ्तार कार अटारी बार्डर के मुख्य द्वार के नजदीक स्थित बेरीकेड्स से जा टकराइ। गाड़ी की रफ्तार काफी तेज थी, जो बेरीकेड्स को साथ घसीटते हुए करीब 50 मीटर तक चली गई। घटनास्थल पर बीएसएफ के जवानों ने तुरंत कार चालक को हिरासत में ले लिया। जब उसे हिरासत में लिया गया तो उसकी तलाशी ली गई, लेकिन उसके पास सिर्फ उसका आइ कार्ड ही बरामद हुआ। उसके पास कार से संबंधित कोई दस्तावेज भी नहीं थे। बाद में जब जांच की गई तो कार के मालिक की पहचान सुशील कुमार भंडार निवासी हाथीगेट के रूप में हुई। कार चालक की पहचान भी कर ली गई है। बीएसएफ ने उसे थाना घरिडा की पुलिस के हवाले कर दिया है। चौंकी काहनगढ़ के इंचार्ज राजबीर सिंह का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद कार चालक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

पहले भी हुआ था इस तरह का हादसा

नवंबर 2015 को बीएसएफ के सैकड़ों जवानों की सुरक्षा को भेदते हुए तीन बैरिकेड्स को तोड़ कर जालंधर मूल के एनआरआइ सुरेंद्र सिंह कंग ने अपनी स्कार्पियो गाड़ी जीरो लाइन तक पहुंचा दी थी। सुरेंद्र की गाड़ी भारतीय गेट को तोड़ पाकिस्तान के गेट से टकरा गई थी। जिस समय बीएसएफ के सिपाहियों ने सुरेंद्र को गाड़ी से निकाला वह बेहोश था। बाद में पता चला कि वह मानसिक रूप से ठीक नहीं था।

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