स्वास्थ्य विभाग ने संभाली जनाना अस्पताल में सेहत सेवाओं की कमान

बारह दरवाजों के भीतर बसी वाल सिटी के ढाब खटिकां में स्थित प्रिसेज आफ वेल्स जनाना अस्पताल में सेहत विभाग ने शुरू किया कार्य।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 08:02 AM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 08:02 AM (IST)
स्वास्थ्य विभाग ने संभाली जनाना अस्पताल में सेहत सेवाओं की कमान
स्वास्थ्य विभाग ने संभाली जनाना अस्पताल में सेहत सेवाओं की कमान

नितिन धीमान, अमृतसर : बारह दरवाजों के भीतर बसी वाल सिटी के ढाब खटिकां में स्थित प्रिसेज आफ वेल्स जनाना अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग ने सेहत सेवाओं का पिटारा खोल दिया है। नगर निगम की इस इमारत में अब स्वास्थ्य विभाग के डाक्टर मरीजों की नब्ज देखकर दवाएं दे रहे हैं।

स्वास्थ्य विभाग ने जनाना अस्पताल में गायनी, मेडिसिन, एनेस्थीसिया, शिशु रोग विशेषज्ञ, दंत रोग विशेषज्ञ, इमरजेंसी में चार डाक्टरों के अलावा रेडियोग्राफर, लेबोरेरटरी व फार्मासिस्ट की तैनाती की है। अस्पताल में जरूरी चिकित्सा उपकरण स्थापित किए जा चुके हैं। गर्भवती महिलाओं की नार्मल डिलीवरी की प्रक्रिया जारी है, जल्द ही सिजेरियन भी शुरू की जाएगी। अस्पताल में एक डाक्टर नगर निगम ने भी तैनात किया हुआ है। फिलहाल यहां पर डेंगू की जांच भी की जा रही है।

वर्ष 2018 में नगर निगम की इस इमारत पर स्वास्थ्य विभाग ने अपनी टीम तैनाती किया था। इस दौरान इमारत की नई साज सज्जा भी की गई थी। सीसीटीवी कैमरे, आधुनिक फायर सेफ्टी सिस्टम, लैबोरेटरी व दवा केंद्र आदि का निर्माण किया गया था, पर नगर निगम के आधिपत्य वाली इस इमारत को स्वास्थ्य विभाग को देने पर विवाद उत्पन्न हो गया था। नगर निगम ने साफ किया कि इस इमारत पर निगम ही काम करेगा। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग को अपने डाक्टर यहां से हटाने पड़े। स्वास्थ्य विभाग ने योजनाबद्ध ढंग से इस अस्पताल को संचालित करने की ओर बढ़ रहा था। यहां विशेषज्ञ डाक्टरों के साथ-साथ आधुनिक चिकित्सा उपकरण उपलब्ध करवाने का प्रावधान स्वास्थ्य विभाग ने रखा था, लेकिन बाद में नगर निगम केवल एक डाक्टर के सहारे ही सेहत सुविधा प्रदान करने का प्रबंध किया, लेकिन अब फिर से सरकार ने इसे सेहत विभाग को सौंप दिया है। इसके लिए पूर्व स्वास्थ्य मंत्री प्रो. लक्ष्मीकांता चावला की उल्लेखनीय भूमिका रही है। वे स्वास्थ्य विभाग के मंत्री, प्रिंसिपल सेक्रेटरी से संपर्क में थीं, ताकि जनाना अस्पताल जनता को समर्पित किया जा सके। 80 साल पहले शुरू हुआ था अस्तपाल

प्रिसेज आफ वेल्स जनाना अस्पताल की शुरुआत 11 अक्टूबर 1940 को की गई थी। यह अस्पताल पूरी तरह कार्यान्वित होने से सिविल अस्पताल स्थित जच्चा-बच्चा विभाग में मरीजों की संख्या कम होगी। सिविल सर्जन डा. चरणजीत सिंह ने बताया कि जनाना अस्पताल में स्टाफ तकरीबन पूरा कर दिया गया है। यहां दो आपरेशन थिएटर हैं। इमारत के कुछ हिस्से की रेनोवेशन का काम किया जा रहा है। यह अस्पताल निश्चित ही वाल सिटी के निवासियों के लिए वरदान साबित होगा।

chat bot
आपका साथी