हवारा कमेटी ने मनाया विश्वासघात दिवस, पंथ विरोधियों के खिलाफ प्रस्ताव किए पास

डेरा सिरसा के मुखी गुरमीत राम रहीम सिंह को सितंबर 2015 को माफ करने के विरोध में जत्थेदार जगतार सिंह हवारा कमेटी ने विश्वासघात दिवस मनाया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 07:53 PM (IST) Updated:Fri, 24 Sep 2021 11:29 PM (IST)
हवारा कमेटी ने मनाया विश्वासघात दिवस, पंथ विरोधियों के खिलाफ प्रस्ताव किए पास
हवारा कमेटी ने मनाया विश्वासघात दिवस, पंथ विरोधियों के खिलाफ प्रस्ताव किए पास

जासं, अमृतसर: डेरा सिरसा के मुखी गुरमीत राम रहीम सिंह को राजनीतिक प्रभाव के तहत तख्तों के जत्थेदारों की ओर से सितंबर 2015 को माफ करने के विरोध में जत्थेदार जगतार सिंह हवारा कमेटी ने कौमी विश्वासघात दिवस मनाया। स्थानीय हेरिटेज स्ट्रीट में सारागढ़ी सराय के सामने एकत्र हुए कमेटी सदस्यों ने प्रस्ताव पारित कर माफी दिलवाने वाले व्यक्तियों और एसजीपीसी के नेतृत्व की निदा की गई। एलान किया गया कि हर वर्ष संगठन विश्वासघात दिवस मनाकर पंथ विरोधियों के चेहरों को बेनकाब किया जाता रहेगा।

कमेटी ने कहा कि पंथ के साथ किए गए इस बड़े विश्वासघात को कभी भुलाया नहीं जा सकता। डेरा मुखी के मामले में उस समय के जत्थेदारों ने पंथ विरोधी भूमिका निभाई जबकि सत्ता पर काबिज रहा एसजीपीसी और अकाली दल का नेतृत्व भी इसमें जिम्मेदार है। कार्यक्रम के दौरान एक प्रस्ताव पारित करके कहा गया कि माफी वाले हुकमनामे को सही सिद्ध करने के लिए एसजीपीसी ने गुरु की गोलक में से 95 लाख रुपये के विज्ञापन दिए। इसकी निदा की जाती है। यह राशि तत्कालीन एसजीपीसी की कार्यकारिणी के सदस्यों से वसूली जानी चाहिए। एक अन्य प्रस्ताव के माध्यम से जिन जत्थेदारों ने डेरा मुखी को माफी दी थी, उनके परिवारों की सुरक्षा व उनके हर माह लाखों रुपये के खर्च उठाने की एसजीपीसी की कार्रवाई की भी निदा की गई। इसके अलावा आनंदपुर साहिब मे बेअदबी के खिलाफ चल रहे मोर्चा का समर्थन किया गया और तख्त के सभी पदाधिकारियों और एसजीपीसी के अधिकारियों से त्यागपत्रों की मांग की गई।

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