सिद्धू के अध्यक्ष बनने से कांग्रेस दोबारा सत्ता में नहीं आएगी: हरसिमरत
पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि किसान संघर्ष को मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस द्वारा नजरअंदाज किया जा रहा है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर: पूर्व केंद्रीय मंत्री व अकाली दल बादल की सांसद हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि किसान संघर्ष को केंद्र सरकार और लोकसभा में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस द्वारा नजरअंदाज किया जा रहा है। कांग्रेसी संसद में कृषि मुद्दे पर दबाव बनाने में विफल रहे जबकि पंजाब के कांग्रेस सांसद केवल जासूसी मुद्दे पर ही केंद्रित रहे हैं। कांग्रेस और भाजपा कृषि आंदोलन के प्रति गंभीर नहीं है। ऐसा लगता है कि कांग्रेस पार्टी को केवल जासूसी मामले से ही सरोकार है।
हरसिमरत परिवार की ओर से सुख शांति के लिए श्री हरिमंदिर साहिब में करवाए गए पाठ के भोग के अवसर पर पहुंची थीं। उन्होंने कहा कि अकाली दल समेत सभी छोटे दल किसानों के मुद्दे पर राष्ट्रपति और लोकसभा अध्यक्ष पर दबाव बना रहे हैं। अब जब नवजोत सिंह सिद्धू अध्यक्ष बन गए हैं तो कांग्रेस को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। राज्य में कांग्रेस पार्टी और सरकार पूरी तरह फेल साबित हुई है अब पार्टी अध्यक्ष बदल कर सिद्धू को अध्यक्ष बनाने पर भी पार्टी दोबारा सत्ता में नहीं आ सकती। एक तरफ पंजाब के सभी विधायकों ने कांग्रेस हाईकमान के साथ मुख्यमंत्री की अक्षमता पर पोल खोली थी और दूसरी तरफ कैप्टन ने सभी विधायकों के भ्रष्टाचार के रिकार्ड हाईकमान के सामने रखे थे। हाईकमान ने मुख्यमंत्री को उनकी विफलता के लिए चार महीनों में 18 कार्यो को पूरा करने का लक्ष्य रखा है। कैप्टन द्वारा बिजली समझौतों को रद करने के संबंध में हरसिमरत कौर ने कहा कि कैप्टन पहले राज्य के लोगों को सस्ती बिजली प्रदान करें, इसके बाद समझौते रग करने के संबंध में सोचे। पंजाब में अकाली दल की सरकार थी तो लोगों को सस्ती बिजली उपलब्ध करवाई गई। बिजली सप्लाई भी बढि़या थी। आगामी विधानसभा चुनाव 2022 में शिरोमणि अकाली दल बादल और बहुजन समाज पार्टी का गठजोड़ शानदार जीत हासिल करेगा। लोग अब पंजाब में अकाली बसपा सरकार को ही देखना चाहते हैं।