भिखारियों को अपने संरक्षण में ले सरकार: प्रो. चावला
पूर्व मंत्री प्रो. लक्ष्मीकांता चावला ने कहा कि चौक चौराहों में भीख मांगने वाले भिखारियों को सरकार अपने संरक्षण में लेकर उनका भविष्य बनाएं।
संवाद सहयोगी, अमृतसर: पूर्व मंत्री प्रो. लक्ष्मीकांता चावला ने कहा कि चौक चौराहों में भीख मांगने वाले भिखारियों को सरकार अपने संरक्षण में लेकर उनका भविष्य बनाएं। उन्होंने कहा कि पूरे देश और पंजाब में अनगिनत बेघर बेसहारा लोग चौक चौराहों में विशेषकर ट्रैफिक रेड लाइट सिग्नल के नजदीक ज्यादा भिक्षा मांगते हैं, क्योंकि जो गाड़ियां वहां रुकती हैं उनसे भिक्षा लेनी आसान हो जाती है। यह ठीक है कि देश के सुप्रीम कोर्ट द्वारा भिखारियों को कानून से रोकने की मनाही की गई है और यह भी कहा है कि यह मानवीय समस्याएं हैं और प्रदेशों की सरकारें इसका नियमानुसार समाधान करें।
पंजाब सरकार और देश की सरकार से मेरा यह प्रश्न है कि देश में बाल विकास कमीशन है, महिला विकास विभाग है और वृद्धों के कल्याण के लिए भी बहुत सी योजनाएं और केंद्र हैं। क्या सरकार इन बेसहारों को सरकारी केंद्रों में आश्रय नहीं दे सकती? वैसे भी बहुत से बच्चे जो लापता हो जाते हैं उन्हें भिखारी बनाकर संगठित गिरोह भिक्षा मंगवाते हैं। चौक चौराहों में भिक्षा मांगती महिलाओं का अनेक प्रकार से शोषण भी होता है। पंजाब सरकार जागे। देश की सरकार इस पर प्रभावी कार्यवाही करे और भिक्षा मांगने को मजबूर व्यक्तियों को सरकारी संरक्षण में लेकर कम से कम बच्चों का भविष्य बनाएं और अधिकतर भिखारी महिलाएं दूध पीते बच्चों के नाम पर भिक्षा मांगती हैं। इन बच्चों को शिशु गृहों में रखें और जांच करवाएं कि ये बच्चे कहीं वे तो नहीं जो लापता हो चुके हैं।