बाबा बर्फानी की यात्रा रद होने से भक्त निराश
इस साल कश्मीर घाटी में शिव भोलेनाथ के जैकारों से शिव भक्त वंचित रह जाएंगे।
संस, अमृतसर: इस साल कश्मीर घाटी में शिव भोलेनाथ के जैकारों से शिव भक्त वंचित रह जाएंगे। श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने श्री बाबा बर्फानी की 28 जून को शुरू होने वाली यात्रा को रद कर दिया है। इससे शिव भक्तों में मायूसी छा गई है। शिव भक्तों व लंगर कमेटियों ने सरकार से दोबारा अपील की है कि वह यात्रा को रद न करते हुए बल्कि इसे कम अवधि के लिए खोले।
इससे पहले वर्ष 2020 में भी श्री अमरनाथ यात्रा कोरोना के कारण रद कर दी गई थी। वर्ष 2019 में भी केंद्र सरकार द्वारा 370 हटाने के फैसले के कारण 15 दिन पहले ही यात्रा बंद कर दी गई थी।
पिछले 21 वर्षो से श्री अमरनाथ यात्रा में बाल टाल में भंडारे लगाने वाली अमृतसर की संस्था अमरनाथ सेवा मंडल हाल गेट के प्रधान सुरेश सहगल ने कहा कि उनकी संस्था द्वारा यात्रा शुरू होने से पहले बालटाल में भंडारा लगाने के लिए 60 शिवभक्तों का जत्था पहुंच जाता है। इस बार यात्रा रद होने से उनको काफी निराशा हुई है। सरकार को पुनर्विचार करके शीघ्र ही यात्रा कम समय के लिए ही शुरू करने की घोषणा करनी चाहिए।
श्री बाबा बर्फानी लंगर सेवा समिति प्रधान पवन वर्मा, श्री शिव शक्ति सेवा मंडल के प्रधान कुलभूषण कोषाध्यक्ष सुरेंद्र बंसल, सचिव अमित अबरोल और हिदू तख्त की पंजाब प्रभारी सुरभि वर्मा ने संयुक्त रूप से कहा कि सरकार शीघ्र ही फैसले पर पुनर्विचार करके यात्रा सरकार को शुरू करने की घोषणा करे। उनका कहना है कि पिछले दो साल से यात्रा न होने से शिव भक्तों में निराशा है। सरकार को ऐसी गाइडलाइन बनानी चाहिए जिससे कम संख्या में शिव भक्त बाबा बर्फानी के दर्शन कर सकें।