हड़ताल पर अध्यापक, जीएनडीयू व कालेजों में पढ़ाई पर ब्रेक

अध्यापकों की हड़ताल की वजह से शहर में दूसरे दिन भी सरकारी व प्राइवेट कालेजों के साथ-साथ गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी (जीएनडीयू) पढ़ाई प्रभावित रही।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Dec 2021 08:20 PM (IST) Updated:Thu, 02 Dec 2021 08:20 PM (IST)
हड़ताल पर अध्यापक, जीएनडीयू व कालेजों में पढ़ाई पर ब्रेक
हड़ताल पर अध्यापक, जीएनडीयू व कालेजों में पढ़ाई पर ब्रेक

जासं, अमृतसर: पंजाब फेडरेशन आफ यूनिवर्सिटी एंड कालेज टीचर्स आर्गनाइजेशन (पीएफयूसीओ) पंजाब एंड चंडीगढ़ कालेज टीचर्स यूनियन (पीसीसीटीयू) के आह्वान पर राज्य स्तर पर

अध्यापकों की हड़ताल की वजह से शहर में दूसरे दिन भी सरकारी व प्राइवेट कालेजों के साथ-साथ गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी (जीएनडीयू) पढ़ाई प्रभावित रही। पीसीसीटीयू के जिला प्रधान डा. जीएस सेखों ने बताया कि डीएवी कालेज, खालसा कालेज, डीएवी कालेज आफ एजुकेशन, हिदू कालेज, खालसा कालेज फार वूमेन एसएन कालेज, खालसा कालेज आफ एजुकेशन, बीबीके डीएवी कालेज फार वूमेन, एसडीएस फेरुमान कालेज, रइया, एसआर गवर्नमेंट कालेज व जीएनडीयू सहित हरेक कालेज के प्रिसिपल कार्यालय के सामने धरना लगाया गया।

डा. सेखों ने कहा कि डीएवी कालेज, खालसा कालेज और बीबीके डीएवी कालेज के पांच सदस्य अपने-अपने कालेजों में भूख हड़ताल पर बैठेंगे। जीएनडीयू के क्षेत्र सचिव डा. बीबी यादव ने बताया कि राज्य सरकार का रवैया इतना उदासीन है कि सातवें वेतन आयोग की सिफारिश के बावजूद कुल राशि का 50 फीसद हिस्सा तीन साल के लिए इन पैमानों को लागू करने वाले राज्यों के कालेज के साथ-साथ विश्वविद्यालय के शिक्षकों दिया जाना है। प्रशासन इस पर अमल करने में विफल रहा है। डा. मुनीश गुप्ता, डा. विकास गुप्ता, डा. रितु अरोड़ा, डा. कमल किशोर और प्रो. जीएस सिद्धू ने भी धरने को संबोधित किया और पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। बीबीके डीएवी में आज भूख हड़ताल करेंगे तीन अध्यापक

बीबीके डीएवी कालेज में लगाए धरने में जीएनडीयू क्षेत्र की महिला विग की संयोजक डा. सीमा जेटली ने बताया कि लुधियाना के पीएयू कैंपस में पीएफयूसीओ अध्यक्ष डा. एचएस किगरा ने भूख हड़ताल शुरू कर दी है। वह तब तक अनशन जारी रखेंगे जब तक सरकार शिक्षकों की वास्तविक मांग पूरी नहीं कर देती है। बीबीके डीएवी कालेज से डा. शैली जग्गी ने कहा कि शुक्रवार को उनके साथ रेणु वशिष्ट व डा. अनीता नरिदर भूख हड़ताल पर बैठेंगी, ताकि राज्य कमेटी के पदाधिकारियों के आह्वान पर अध्यापकों की मांग को लागू करवाया जा सके।

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