दस माह बाद आज से जीएनडीयू व कालेज होंगे गुलजार

वीरवार से गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी (जीएनडीयू) व शहर के सरकारी और निजी कालेजों में चहल पहल देखने को मिलेगी। भले ही पिछले साल के अंत में महामारी के कम हुए प्रकोप के चलते सभी शैक्षणिक संस्थान खुल गए थे। इसमें विद्यार्थी और अध्यापकों की हाजिरी सीमित थी।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Jan 2021 07:40 PM (IST) Updated:Thu, 21 Jan 2021 12:11 AM (IST)
दस माह बाद आज से जीएनडीयू व कालेज होंगे गुलजार
दस माह बाद आज से जीएनडीयू व कालेज होंगे गुलजार

हरदीप रंधावा, अमृतसर : वीरवार से गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी (जीएनडीयू) व शहर के सरकारी और निजी कालेजों में चहल पहल देखने को मिलेगी। भले ही पिछले साल के अंत में महामारी के कम हुए प्रकोप के चलते सभी शैक्षणिक संस्थान खुल गए थे। इसमें विद्यार्थी और अध्यापकों की हाजिरी सीमित थी। देश में कोरोना वैक्सीन आने के बाद नए साल में सरकार ने राज्य की यूनिवर्सिटियों और कालेजों को शत प्रतिशत खोलने का फैसला लिया है। जीएनडीयू के साथ साथ शहर के सरकारी और निजी कालेज प्रबंधकों ने सरकार की तरफ से जारी स्टैंडर्ड आपरेटिग प्रोसीजर (एसओपी) के तहत सभी तैयारियां मुकम्मल होने का दावा किया है। जीएनडीयू के रजिस्ट्रार डा. केएस काहलों का कहना है कि यूनिवर्सिटी में एसओपी को हुबहू लागू करवाना उनका लक्ष्य रहेगा। कालेज में दो बार होगी असेंबली आयोजित

सरूप रानी सरकारी कन्या कालेज के कार्यकारी प्रिसिपल डा. हरविदर सिंह भल्ला का कहना है कि सरकारी एसओपी को मध्य नजर रखते हुए कालेज को सैनिटाइजेशन करवा दिया गया है। विद्यार्थियों और अध्यापकों को सैनिटाइजेशन के साथ-साथ मास्क का इस्तेमाल लाजमी कर दिया गया है। कालेज में आने वाले विद्यार्थियों के साथ साथ नए विद्यार्थियों के लिए आयोजित की जाने वाली असेंबली भी दो हिस्सों में होगी। उनका कहना है कि कालेज परिसर में जगह-जगह सैनिटाइजर रखवा दिए गए हैं। शारीरिक दूरी बरकरार रखने के लिए पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए करवाई गई मार्किंग

डीएवी कालेज के प्रिसिपल डा. राजेश कुमार का कहना है कि विद्यार्थियों का लगभग सिलेबस खत्म हो चुका है। इसके चलते विद्यार्थियों की संख्या कुछ कम ही रहेगी। कालेज में पहले ही प्रैक्टिकल परीक्षाएं चल रही हैं और सरकारी गाइडलाइंस की पालना करवाई जा रही है। उनका कहना है कि पंजाब सरकार द्वारा जारी एसओपी के तहत कालेज एक क्लास रूम में पचास फीसद विद्यार्थियों को ही बैठने की मंजूरी मिलेगी, ताकि महामारी के संक्रमण से बचा और बचाया जा सके। शारीरिक दूरी बरकरार रखने के लिए कालेज परिसर में निशानदेही भी करवा रखी है।

chat bot
आपका साथी