विद्यार्थी बोले, दिन रात की है मेहनत, बारहवीं की परीक्षा ले सरकार
आठवीं व दसवीं के विद्यार्थियों को बिना परीक्षा के अगली कक्षा में प्रमोट किए जाने के बाद प्लस टू की परीक्षा आयोजित करने को लेकर पेंच फंसा हुआ है।
अखिलेश सिंह यादव, अमृतसर : आठवीं व दसवीं के विद्यार्थियों को बिना परीक्षा के अगली कक्षा में प्रमोट किए जाने के बाद प्लस टू की परीक्षा आयोजित करने को लेकर पेंच फंसा हुआ है। प्लस टू की परीक्षा के बाद विद्यार्थी मार्क्स शीट के आधार पर कई तरह की प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने का अवसर मिलता है। यदि प्लस टू परीक्षाएं न हुई तो विद्यार्थियों को नीट, इंजीनियरिग सहित विदेश जाकर इंस्टीट्यूट में एडमिशन लेने के अवसर से हाथ धोना पड़ सकता है। वहीं विद्यार्थियों का कहना है कि उन्होंने दिन रात मेहनत की है और सरकार परीक्षा ले, इसके लिए वह तैयार हैं। उधर, शिक्षाविदों के साथ अभिभावकों व विद्यार्थियों ने भी सरकार से कोविड-19 महामारी की गाइडलाइन के साथ प्लस टू की परीक्षा करवाने के लिए आग्रह किया है। दैनिक जागरण ने शिक्षाविदों, अभिभावकों व विद्यार्थियों से बातचीत कर उनके विचार जाने। प्लस टू के पेपर अनिवार्य : राजेश प्रभाकर
प्रभाकर सीसे स्कूल के प्रिसिपल राजेश प्रभाकर ने कहा कि परीक्षा अनिवार्य है। बच्चों व स्टाफ की सिक्योरिटी के लिए वैक्सीनेशन करवाई जाएं। उसके बाद विद्यार्थियों की परीक्षा सफलतापूर्वक करवाई जा सकती है। इस दौरान केंद्र में कोविड-19 की गाइड लाइन का अनुसरण सख्ती से किया जाएगा। सरकार प्लस टू के पेपर के लिए सेल्फ सेंटर बनाएं ताकि विद्यार्थियों को बाहर न भटकना पड़े। सरकार के पास आनलाइन परीक्षा करवाने का भी विकल्प मौजूद है। प्लस टू की परीक्षा करवाएं सरकार : हरिराम
अभिभावक हरि राम ने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण विद्यार्थी लापरवाह बनते जा रहे है। आनलाइन स्टडी उतनी कारगर नहीं रही है। आठवीं व दसवीं की परीक्षा रद होने से विद्यार्थियों के बीच से परीक्षा का डर भी खत्म होता जा रहा है। लेकिन सरकार को प्लस टू की परीक्षाएं जरूर करवानी चाहिए। ताकि बच्चे स्वयं का मूल्यांकन कर सके और आगामी कंपीटेटिव परीक्षाओं की तैयारी कर सके। परीक्षा की तैयारी पूरी की, सरकार परीक्षा ले : यासमीन
छात्रा यासमीन कौर ने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण उन्हें स्कूल जाने का अवसर नहीं मिला है। लेकिन उन्होंने घर पर रह कर प्लस टू कक्षा की पढ़ाई आनलाइन की है। उम्मीद है कि वह इस परीक्षा में मेरिट में स्थान बनाएगी। यदि सरकार ने पेपर नहीं लिए तो उसकी सारी तैयारी धरी की धरी रह जाएगी और वह स्वयं का मूल्यांकन करने से चूक जाएगी। सरकार को परीक्षा लेने का एलान जल्द करना चाहिए। दिन-रात मेहनत की, परीक्षा होनी चाहिए
छात्रा रूशाली ने कहा कि सरकार को प्लस टू की परीक्षा जरूर लेनी चाहिए। उन्होंने परीक्षा को लेकर खूब तैयारी की है। सरकार ने परीक्षा नही ली तो उनकी मेरिट प्रभावित होने के साथ उनके अधिक अंक लेने के सपनों पर पानी फिर जाएगा। कोविड-19 गाइडलाइन का पालन करवाने के लिए सख्ती बरते और परीक्षाओं का आयोजन जरूरी है।