गैंगस्टर जग्गू के जमानत पर छूटे गुर्गे कैप्टन ने मांगी थी डाक्टर से एक करोड़ की रंगदारी, गिरफ्तार

सीआइए ने तिहाड़ जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया के गुर्गे इंद्रप्रीत सिंह उर्फ कैप्टन को शनिवार की दोपहर गिरफ्तार कर लिया है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 06:15 AM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 06:15 AM (IST)
गैंगस्टर जग्गू के जमानत पर छूटे गुर्गे कैप्टन ने मांगी थी डाक्टर से एक करोड़ की रंगदारी, गिरफ्तार
गैंगस्टर जग्गू के जमानत पर छूटे गुर्गे कैप्टन ने मांगी थी डाक्टर से एक करोड़ की रंगदारी, गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, अमृतसर: क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (सीआइए) ने तिहाड़ जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया के गुर्गे इंद्रप्रीत सिंह उर्फ कैप्टन को शनिवार की दोपहर गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित नशा तस्करी के केसों में दो साल पहले ही फताहपुर जेल से जमानत पर लौटा है। जेल में रहते हुए उसके जग्गू के साथ संबंध बने और फिर जमानत पर आने के बाद उसने जग्गू के इशारे पर काम करना शुरू कर दिया। एडीसीपी युवराज सिंह ने बताया कि पता लगाया जा रहा है कि फतेह सिंह कालोनी निवासी इंद्रप्रीत सिंह के साथ गैंगस्टर जग्गू के अलावा गिरोह में कितने सदस्य काम कर रहे हैं।

एडीसीपी युवराज सिंह, एसीपी हरमिदर सिंह संधू, एसीपी सरबजीत सिंह बाजवा, इंस्पेक्टर इंद्रजीत सिंह और इंस्पेक्टर शिव दर्शन ने शनिवार की शाम पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि इंद्रप्रीत सिंह उर्फ कैप्टन को शहर के एक नामी डाक्टर से एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है। शिकायत मिलते ही पुलिस हरकत में आ गई थी। आरोपित के कब्जे से एक्टिवा और मोबाइल भी बरामद कर लिया गया है। पता लगाया जा रहा है कि जग्गू से इंद्रप्रीत सिंह की कितनी बार बात हुई है और आरोपित के साथ यहां गिरोह में कितने सदस्य काम कर रहे हैं। पुलिस ने इस तरह पकड़ा

डाक्टर के कहने पर अस्पताल के पीछे गली में पैसे देने के लिए बुलाया, उसे शक हुआ तो भागा

जिन मोबाइल नंबर से डाक्टर को धमकाया जा रहा था, पुलिस उसकी भी जांच कर रही थी। डाक्टर के कहने पर इंद्रप्रीत उर्फ कैप्टन को अस्पताल के पीछे रंगदारी देने के लिए बुलाया गया था। उस गली में कैमरे चल रहे थे। पहले ही एक बैग में बीस लाख रुपये डालकर रखे गए थे, ताकि गैंगस्टर के गुर्गे को थमाते ही उसे धर लिया जाए। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जैसे ही इंद्रप्रीत सिंह एक्टिवा पर सवार हो कर गली में पहुंचा तो उसे संदेह हो गया। वह डाक्टर के बताए ठिकाने पर नहीं रुका और एक्टिवा भगाकर ले गया। पुलिस की एक टीम उसे सीसीटीवी कैमरों में देख रही थी। इसके बाद पुलिस ने उसका पीछा किया और कुछ ही देर में उसे धर लिया। तिहाड़ जेल प्रबंधन को किया सूचित

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जग्गू वर्तमान में तिहाड़ जेल में बंद है। मोबाइल के जरिए ही जग्गू इंद्रप्रीत सिंह के संपर्क में था। उन्होंने जग्गू से मोबाइल की बरामदगी के लिए तिहाड़ जेल प्रबंधन को भी सूचित कर दिया है। बता दें गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया को सुरक्षा के कारण पंजाब की जेलों से निकालकर तिहाड़ जेल में भेजा गया है। इससे पहले जग्गू अमृतसर जेल, फरीदकोट जेल और रोपड़ जेल में रह चुका है। जरें नहीं, पुलिस से करें जानकारी साझी: एसीपी

एसीपी हरमिदर सिंह ने जनता से अपील की है कि अगर किसी को किसी गैंगस्टर का नाम लेकर कोई गुर्गा परेशान करता है तो पुलिस से भागे नहीं। इसके बारे में पुलिस को जानकारी दें। इस तरह की सूचनाएं देने वाले का नाम और पता गुप्त रखा जाता है। उन्होंने बताया कि जनता के सहयोग के बगैर अपराधियों को सबक नहीं सिखाया जा सकता। नशा तस्करी के दो केसों में नामजद है इंद्रप्रीत सिंह

एसीपी हरमिदर सिंह ने बताया कि इंद्रप्रीत सिंह उर्फ कैप्टन के खिलाफ गेट हकीमां थाने में 20 जुलाई 2018 को 257 ग्राम हेरोइन बरामदगी का केस दर्ज है। इसके अलावा 2 फरवरी 2018 को सिविल लाइन थाने की पुलिस ने इंद्रपरीत सिंह को तीस ग्राम हेरोइन और कार के साथ काबू किया था।

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