गैंगस्टर गोपी ने किए थे 46 राउंड फायर, मां को बचाते गगन को लगी छह गोलियां, 24 घंटे चला आपरेशन
लोपोके क्षेत्र में आतंक बन रहे गैंगस्टर गोपी माहल ने अपने साथी गैंगस्टर गगन के पर कुल 46 राउंड फायर किए थे।
जागरण टीम, अजनाला, अमृतसर: भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा के साथ लगते लोपोके क्षेत्र में आतंक बन रहे गैंगस्टर गोपी माहल ने अपने साथी गैंगस्टर गगन के पर कुल 46 राउंड फायर किए थे। इनमें से छह गोलियां गगन को अपनी मां को बचाते समय लग गई थीं। घटना के 24 घंटे बीतने के बाद भी चौगावां के लोगों में काफी दहशत फैल गई है।
पुलिस जांच में सामने आया कि वरना कार में आए गैंगस्टर गोपी माहल और उसके साथी चार पिस्तौलों से लैस थे। उन्होंने घर में घुसते ही चारों पिस्तौलों से ताबड़तोड़ फायरिग करनी शुरू कर दी। सबसे पहले परमजीत कौर के जबड़े पर गोली लगी और यह देखकर गगन तेजी से मां को बचाने के लिए सीढि़यों की तरफ भागा। तब तक परमजीत वहीं गिर चुकी थी। गगन ने मां को अपनी आगोश में ले लिया। फिर पीछे से आरोपितों ने ताबड़तोड़ फायरिग की और वारदात को अंजाम देने के बाद कार में अपने तीसरे साथी के साथ फरार हो गए।
उधर, एक निजी अस्पताल में डाक्टरों की टीम ने 24 घंटे तक गगन का आपरेशन कर उसके शरीर से छह गोलियां निकाल दीं। अस्पताल के एक सूत्र ने बताया कि चार गोलियां गगन की टांगों और दो गोलियां पेट में लगी थीं। शाम छह बजे के बाद उसे होश आया। हालांकि उसे मां की मौत के बारे में जानकारी नहीं दी गई। पुलिस ने तीन गैंगस्टरों को नामजद किया, गिरफ्तारी के लिए कई जगह की रेड पर हाथ नहीं लगे
उधर, लोपोके पुलिस ने जांच के बाद कंबो थाने के अधीन पड़ते माहल गांव निवासी अभिराज सिंह उर्फ गोपी माहल, अमरबीर सिंह और चौगावां निवासी गुरजंट सिंह तीनों गैंगस्टरों को एफआइआर में नामजद कर लिया है। लोपोके थाने के प्रभारी कपिल कौशल ने बताया कि तीनों आरोपित फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए कई जगहों पर छापामारी की जा रही है। कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। उन्होंने दावा किया है कि आरोपितों को जल्द धर लिया जाएगा। उधर, पुलिस की निगरानी में परिवार के सदस्यों ने गगन की मां परमजीत कौर का चौगावां के श्मशानघाट में अंतिम संस्कार कर दिया है। पुलिस को आशंका है कि गैंगस्टर गोपी माहल दोबारा हमला कर सकता है।