दोस्तों! मुझसे कोई गलती हुई तो माफ करना, कहकर टंकी में कूदा वाटर सप्लाई विभाग का कर्मी
गुरुनानक देव अस्पताल में वाटर सप्लाई विभाग के एक कर्मचारी ने बुधवार को पानी की टंकी में छलांग लगाकर जीवनलीला समाप्त कर ली। 3
जागरण संवाददाता, अमृतसर : गुरुनानक देव अस्पताल में वाटर सप्लाई विभाग के एक कर्मचारी ने बुधवार को पानी की टंकी में छलांग लगाकर जीवनलीला समाप्त कर ली। 38 वर्षीय रमन कुमार नामक यह कर्मचारी ठेके पर कार्यरत था। पिछले लंबे समय से मानसिक रूप से परेशान भी था। तकरीबन दो बजे वह आक्सीजन प्लांट के समीप बनाई गई अंडरग्राउंड पानी की टंकी के पास पहुंचा और छलांग लगा दी। इसके बाद अस्पताल के कर्मचारी वहां पहुंचे। पानी की टंकी 18 फुट गहरी थी। इसका इस्तेमाल आक्सीजन प्लांट की तरफ चल रहे कंस्ट्रक्शन वर्क के लिए किया जा रहा था। सूचना पाकर फायर बिग्रेड की गाड़ी मौके पर पहुंचे और शव को बाहर निकाला। थाना मजीठा रोड पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। मृतक होशियारपुर के तलवाड़ा का रहने वाला था। पुलिस ने उसके पारिवारिक सदस्यों को घटना की जानकारी दे दी है।
दरअसल, सुबह आठ बजे रमन कुमार ड्यूटी पर आया। वह बेहद मायूस दिख रहा था। साथी कर्मचारियों से यह कहकर निकला कि कुछ देर में लौट आएगा। उसने यह भी कहा कि यदि उसने कभी किसी को बुरा भला कहा हो तो माफ करना। सहयोगी कर्मचारियों ने इसे ज्यादा गंभीरता से नहीं लिया। वह रूटीन के काम में जुट गए। काफी देर तक जब रमन नहीं लौटा तो कर्मचारियों ने उसके मोबाइल पर काल की। उसने फोन पिक नहीं किया इसके बाद एक कर्मचारी उसे ढूंढ़ने निकला। रमन ने पानी की टंकी में कूदने से पहले अपना मोबाइल बाहर ही रख दिया था। कर्मचारी ने फोन देखा तो उसे इस बारे में संदेह हुआ। पुलिस को बुलाया गया। फायर ब्रिगेड कर्मियों ने शव बाहर निकाला। अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डा. केडी सिंह ने बताया कि मामले की जांच पुलिस कर रही है। मृतक के पास से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। सहयोगी कर्मचारियों के अनुसार वह कुछ परेशान था। यह परेशानी घरेलू भी हो सकती है और आर्थिक रूप से कमजोर होने की भी।