दुबई में फंसे 6 लड़के-लड़कियों को भारत लाया गया, डा. ओबराय ने की मदद
एजेंटों के झांसे में आकर दुबई गए छह लड़के-लड़कियों को सरबत का भले ट्रस्ट के हेड डा. एसपी सिंह ओबराय के प्रयासों से वापस भारत लाया गया। शुक्रवार को सभी लड़के-लड़कियां श्री गुरु रामदास एयरपोर्ट पर उतरे।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : एजेंटों के झांसे में आकर दुबई गए छह लड़के-लड़कियों को सरबत का भले ट्रस्ट के हेड डा. एसपी सिंह ओबराय के प्रयासों से वापस भारत लाया गया। शुक्रवार को सभी लड़के-लड़कियां श्री गुरु रामदास एयरपोर्ट पर उतरे। वहां इंतजार कर रहे अपने परिवारों वालों के गले लगकर भावुक हो गए। एसपी सिंह ओबराय ने बताया कि आर्थिक मजबूरियों के कारण पंजाब सहित दूसरे राज्यों के बहुत से माता पिता लालची एजेंटों के चंगुल में फंसकर अपनी मासूम बेटियों और बेटों को अरब देशों में नौकरी के लिए भेज देते हैं। मगर बदकिस्मती के साथ वहां जाकर उक्त लालची एजेंटों द्वारा नौजवान लड़कों को जाली या डिफाल्टर कंपनियों में फंसा दिया जाता है। लड़कियों को तो जमींदारों व कारोबारियों के पास बेच दिया जाता है, जो अपनी जेब से पैसा खर्च कर इन लड़कियों को लीगल करवाने के उपरांत जरूरत से ज्यादा काम लेते हैं। उन्हें गुरदासपुर के रहने वाले चार लड़कों जोबनजीत सिंह, कुलविदर सिंह, बलजीत सिंह और अवतार सिंह सहित मोगा की लड़की माफिया और फिरोजपुर की गगनदीप कौर ने अपने बुरे हालातों बारे बताया था। इसके बाद उन्होंने सभी को भारतीय दूतावास के विशेष सहयोग से खुद से इमीग्रेशन, ओवर स्टे और कोरोना टेस्ट आदि के खर्च के अलावा हवाई टिकटों का प्रबंध कर वापस भिजवाया। उनकी जानकारी मुताबिक अभी भी अरब देशों में सैंकड़ों लड़कियां फंसी हैं। उन सबको भी निकालने का प्रयास जारी है।