विश्व में शांति के लिए अलगाववाद हो निषेध : डॉ. नौगाज
अमृतसर वर्तमान युग में ¨हसा और आतंकवाद ने पूरे विश्व को अपनी लपेट में लिया हुआ है।
-पोलैंड समेत भारतीय शैक्षिक विद्वानों ने अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में सांझा किए विचार
फोटो:20
जागरण संवाददाता, अमृतसर
वर्तमान युग में ¨हसा और आतंकवाद ने पूरे विश्व को अपनी लपेट में लिया हुआ है। विभिन्न देशों व क्षेत्रों के सभ्याचार सुमेल से ही विश्व में शांति स्थापित हो सकती है। पूरी दुनिया को एकजुट करने के लिए यह जरूरी है कि विभिन्न विचारों में एकरूपता लाकर व टकराव को दूर करके एक ऐसे विश्व की स्थापना की जाए, जहां शांति व आपसी भाईचारे का बोलबाला हो। यह विचार आज खालसा कॉलेज चेरिटेबल सोसायटी व पंजाब कल्चरल प्रमोशन कौंसिल (पीसीपीसी) के सहयोग से खालसा कॉलेज ऑफ एजुकेशन में खालसा कालेज हेरिटेज व कल्चरल डायवर्सिटी विषय पर हुए सेमिनार में विभिन्न शिक्षाविदों ने पेश किए। पोलिश यूनिवर्सिटी पोलैंड से डॉ. एन्ना नौगाज ने अपने विशेष भाषण में कहा कि विश्व में शांति, अमन व सद्भावना को मजबूत करने के लिए अलगाववाद को दूर करना होगा। उन्होंने संगीत मनोविज्ञान संबंधी जानकारी देते हुए इससे विश्व को एकजुट करने के प्रभाव पर जोर दिया। इससे पहले मुख्य मेहमान खालसा कॉलेज गवर्निंग कौंसिल (केसीजीसी) के आनरेरी सचिव र¨जदर मोहन ¨सह छीना ने एतिहासिक खालसा कॉलेज की महान विरासत का जिक्र करते हुए कहा कि यह संस्थान दुनिया भर में अपने शानदार योगदान के लिए प्रसिद्ध है। पीसीपीसी के मुखी डॉ. द¨वदर ¨सह छीना ने कहा कि खालसा कॉलेज की विरासत महान है और इसके मूल सिद्धांत सभ्याचार व धर्मनिरपेक्षता को दुनिया में सम्मानीय जगह हासिल है। ¨प्रसिपल डॉ. हरप्रीत कौर व र¨जदर मोहन ¨सह छीना ने संयुक्त रूप में विदेशी शिष्टमंडल को स्मृति चिन्ह भेंट करके सम्मानित किया। इस मौके पर केसीजीसी के अंडर सचिव डीएस रटौल, मनराज छीना, अजय बीरपाल ¨सह ढिल्लों, हरप्रीत ¨सह भटटी आदि मौजूद थे।