चार घंटे आरटीए दफ्तर का मेन गेट बंद कर एसओ के खिलाफ की नारेबाजी
द मिनी बस आपरेटर यूनियन ने मंगलवार को गवाल मंडी स्थित आरटीए दफ्तर में बसें लगाकर दफ्तर का गेट बंद करके धरना लगा दिया।
जासं, अमृतसर: द मिनी बस आपरेटर यूनियन ने मंगलवार को गवाल मंडी स्थित आरटीए दफ्तर में बसें लगाकर दफ्तर का गेट बंद करके धरना लगा दिया। इस दौरान दफ्तर में तैनात सेक्शन आफिसर (एसओ) गुरप्रीत सिंह के खिलाफ रिश्वत मांगने के आरोप में यूनियन ने जमकर नारेबाजी की। यूनियन का धरना करीब चार घंटे तक चलता रहा। आरटीए सेक्रेटरी ज्योति बाला खुद धरना खत्म करवाने के लिए पहुंची। उन्होंने यूनियन के नुमाइंदों को बुलाकर वार्ता करने की बात कही और उनकी मांगों का हल करने का आश्वासन भी दिया।
यूनियन के नुमाइंदे हरजीत सिंह, सुखबीर सिंह, हैप्पी मान का कहना है कि 13 सितंबर को एसओ गुरप्रीत सिंह के पास मिनी बसों के टैक्स अपडेट करवाने के लिए गए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि एसओ ने उन्हें कहा कि अगर बस टैक्स अपडेट करना है तो उसके लिए 300 रुपये प्रति बस के हिसाब से देना होगा। यूनियन के नुमाइंदों ने पैसे देने से साफ इन्कार कर दिया। इसके बाद वह उन्हें राजनेताओं की धौंस देने लगे और आपरेटरों के साथ दुर्व्यवहार किया। उन्होंने कहा कि एसओ गुरप्रीत ने 300 रुपये रिश्वत पर पहले ही कई मिनी बसों के टैक्स 30 सितंबर 2021 तक अपडेट किए हैं। एसओ ने बसों की पासिग भी बंद करवाई है। इसके लिए हर बस के एक हजार रुपये ले रहा है। नो डयू लेने के लिए 500 रुपये प्रति मिनी बस ले रहे हैं। एसओ को सस्पेंड करने समेत ये मांगें रखीं
यूनियन ने मांग की कि एसओ गुरप्रीत के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें सस्पेंड किया जाए। इसके अलावा जो नए मिनी बस परमिट सरकार की ओर से दिए गए हैं और आरटीए दफ्तर के स्टाफ की ओर से डीनोटिफाई किए गए परमिट रूट में जो सही हैं, उनके रुटों को नोटिफाई किया जाए। मिनी बसों का जितना टैक्स आनलाइन बनता है, उसे बिना रिश्वत के अपडेट किया जाए। अमृतसर के नगर निगम की हद से बाहर चल रहे अलग-अलग रूटों पर नाजायज थ्री-व्हीलरों को बंद किया जाए। दोनों पक्षों को बुलाया, एसओ से स्पष्टीकरण मांगा: आरटीए
वहीं आरटीए ज्योति बाला का कहना था कि यूनियन के नुमाइंदों के साथ इस बाबत बैठक करके बातचीत की गई है। इसके बाद एसओ को बुलाया गया और रिश्वत मांगने के जो आरोप लगाए गए थे, उस बारे में उनसे स्पष्टीकरण भी मांगा गया है। उन्हें चेतावनी दे दी गई है कि जो भी सुबूत सामने आएंगे, उसके तहत कार्रवाई की जाएगी।