जीएनडीएच में पहुंची पांच टन लिक्विड आक्सीजन, अब चार दिन का स्टाक हुआ

गुरुनानक देव अस्पताल से आक्सीजन संकट खत्म करने की कवायद तेज हो गई है। बुधवार सुबह यहां पांच टन लिक्विड आक्सीजन और पहुंची।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 04:00 AM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 04:00 AM (IST)
जीएनडीएच में पहुंची पांच टन लिक्विड आक्सीजन, अब चार दिन का स्टाक हुआ
जीएनडीएच में पहुंची पांच टन लिक्विड आक्सीजन, अब चार दिन का स्टाक हुआ

जागरण संवाददाता, अमृतसर: गुरुनानक देव अस्पताल से आक्सीजन संकट खत्म करने की कवायद तेज हो गई है। बुधवार सुबह यहां पांच टन लिक्विड आक्सीजन और पहुंची। इसके साथ ही देर रात तीन टन आक्सीजन आने की संभावना है। वहीं 310 आक्सीजन सिलेंडर भी गैसेज यूनिट में पाइपलाइन से जोड़े गए हैं। हालांकि लिक्विड गैस द्वारा आक्सीजन की आपूर्ति होने की वजह से सिलेंडरों से आपूर्ति अभी नहीं की जा रही। कुल मिलाकर अस्पताल के पास चार दिन का स्टाक पहुंच चुका है।

आक्सीजन की कमी दूर करने के लिए अस्पताल प्रशासन लगातार गैस कंपनियों के संपर्क में है। बीते सोमवार को आक्सीजन खत्म होने के बाद उत्पन्न हुई स्थिति भविष्य में पैदा न हो, इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं। हालांकि आक्सीजन की सप्लाई पूरे पंजाब में ही बेहद धीमी गति से चल रही है। दूसरी तरफ कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। गुरुनानक देव अस्पताल में 146 कोरोना संक्रमित उपचाराधीन हैं। इनमें से 70 से अधिक आक्सीजन स्पोर्ट पर रखे गए हैं। कोरोना वार्ड में दाखिल नहीं होंगे संक्रमित के स्वजन

गुरुनानक देव अस्पताल स्थित कोरोना वार्ड में उपचाराधीन संक्रमितों के साथ अब उनके स्वजनों को नहीं आने दिया जाएगा।जिला प्रशासन ने बुधवार को यह आदेश जारी किया है। प्रशासन के अनुसार एक ही स्वजन मरीज को दाखिल करवाएगा और वह भी अपना कोरोना टेस्ट करवाएगा। नेगेटिव आने पर स्वजन को रिपोर्ट अपने पास रखनी होगी, जबकि पाजिटिव आने पर उसे आइसोलेट किया जाएगा। विश्राम घर में सिर्फ कोरोना संक्रमित मरीज के स्वजन ही बैठेंगे। अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट यह व्यवस्था बनाएंगे कि कोरोना वार्ड में आने जाने के लिए कम से कम रास्ते हों।

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