कोविड का असर: दालों, रिफाइंड, डालडा की कीमतों में वृद्धि

कोविड-19 की महामारी के पैर पसारने के साथ ही महंगाई ने लोगों की कमर तोड़कर रख दी है। लोगों की कमाई के साधन कम होते जा रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 06:00 PM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 06:00 PM (IST)
कोविड का असर: दालों, रिफाइंड, डालडा की कीमतों में वृद्धि
कोविड का असर: दालों, रिफाइंड, डालडा की कीमतों में वृद्धि

संस, अमृतसर: कोविड-19 की महामारी के पैर पसारने के साथ ही महंगाई ने लोगों की कमर तोड़कर रख दी है। लोगों की कमाई के साधन कम होते जा रहे हैं। आर्थिक तंगी से जूझ रहे लोग महंगाई की मार से भी परेशान हैं। इस समय रसोई का बजट काफी महंगा होता जा रहा है। खाने-पीने की वस्तुएं काफी महंगी हुई हैं। पिछले एक माह से दालों के दाम में भी बढ़ोतरी हुई है। सरसों का तेल, गैस सिलेंडर के दाम पहले ही बढ़े हुए थे।

इस समय मूंगी की दाल 120 रुपये किलो से बढ़कर 130 रुपये हो गई है। काले चने 80 रुपये से बढ़कर 100 रुपये किलो, सफेद चने 100 से बढ़कर 120 रुपये प्रति किलो उड़द की दाल, 80 से बढ़कर 100 रुपये प्रति किलो, राजमाह 120 से बढ़कर 140 रुपये, चाय पत्ती के दाम 240 से बढ़कर 360 रुपये किलो, अरहर की दाल के 120 से 130 रुपये, नार्मल रिफाइंड 120 से बढ़कर 160 रुपये, डालडा घी 120 से बढ़कर 140 रुपये, मूंगी साबत 120 से बढ़कर 130 रुपये, वेसन 80 से बढ़कर 90 रुपये, रोंगी 80 से 100 रुपये प्रति किलो बिक रही है। होलसेल कारोबारी बोले, ट्रांसपोर्टेशन मंहगी होने से रेट बढ़े

दालों के होलसेल के कारोबारी कपिल शर्मा ने कहा कि दालों की कीमतों में ज्यादा उछाल नहीं आया है। कोविड-19 महामारी से ट्रांसपोर्टेशन महंगी होने के कारण कुछेक दाल में उछाल आया है। दालों में कई तरह के ब्रांड होते हैं। उस हिसाब से दालों की कीमतें निर्धारित होती हैं। दुकानदार रोशन लाल ने कहा कि सरसों का तेल, रिफाइंड तेल, डालडा घी, चीनी, चायपत्ती के भी दाम बढ़े हैं। दालों में उतार चढ़ाव देखने को मिल रहा है। आने वाले दिनों में दालों की कीमतों में कमी आ सकती है।

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