डिपो का गेहूं बेचने जा रहे लोगों को ग्रामीणों ने पकड़ा, पुलिस ने छोड़ा
संवाद सहयोगी, अजनाला वितरण के डिपो पर आया दो रुपये किलो वाला गेहूं ट्राली में भरकर बे
संवाद सहयोगी, अजनाला
वितरण के डिपो पर आया दो रुपये किलो वाला गेहूं ट्राली में भरकर बेचने जा रहे लोगों को गांव चड़तेवाली के लोगों ने देर रात करीब ग्यारह बजे पकड़ लिया। इस दौरान ट्राली में गेहूं भर रहे अनिल कुमार ने अपने साथियों सहित गांवों वालों से हाथापाई की।
गांव चड़तेवाली निवासी पंचायत सदस्य कश्मीर ¨सह, कुल¨वदर ¨सह, अमरीक ¨सह, पप्पू ¨सह, राजन मसीह, देवा मसीह, ¨शदा सिंह, प्रीतम ¨सह, चौकीदार अजैब ¨सह, बाऊ ¨सह व सुक्खा ¨सह आदि ने बताया कि उनके गांवों में पूर्व अकाली-भाजपा सरकार के समय गरीबों को कम रेट पर गेहूं बांटने के लिए नीले कार्ड बनाए गए थे। लेकिन गांव चड़तेवाली के ही निवासी अनिल कुमार उर्फ नीटा ने 23 जुलाई 2016 को पंचायत की कारवाई रजिस्टर्ड में डिपो अपने नाम करवा लिया था। इसके बाद जहां अनिल कुमार ने किसी भी लाभपात्र को गेहूं देना तो दूर उनके नीले कार्ड भी जब्त कर लिए। करीब तीन दिन पहले जब अनिल कुमार गांव चड़तेवाली में अपने घर के पास गरीबों में बांटने वाली गेहूं बेचने के लिए ट्राली में भर रहा था तो गांवों वालों ने उसे मौके पर ही पकड़ लिया।
उपरोक्त लोगों के अनुसार जब उन्होंने अनिल कुमार उर्फ नीटा को रोकने की कोशिश की तो उसने गांवों वालों के साथ मारपीट करने की भी कोशिश की। रात करीब अजनाला थाने से शमशेर आए और सरकारी गेहूं से भरी ट्रैक्टर ट्राली अपने कब्जे में ले आए और बिना कारवाई की छोड़ दी। जिसके रोष स्वरूप गांववालों ने पंजाब पुलिस के खिलाफी नारेबाजी भी की। इस संबंध में अनिल कुमार नीटा से बात करने चाही तो उनका फोन उनके भाई ने उठाया।
किसी ने बात नहीं की इसलिए छोड़ दी गेहूं से भरी ट्राली
थाना प्रभाी स¨तद्र ¨सह ने कहा कि किसी ने बाद मे बात नहीं की जिस के बाद उन्होंने ट्रेक्टर ट्राली छोड़ दी। जबकि गांव वालों का कहना है कि उन्होंने लिखित शिकायत दी थी पर बाद में उन्हें कोई फोन नहीं आया।