सैकड़ों ट्रालियों में दिल्ली रवाना हुए किसान
कृषि सुधार कानून रद करवाने के लिए विरोध पर उतरे किसान शुक्रवार को सैकड़ो की संख्या में दिल्ली के लिए रवाना हुए।
जागरण संवाददाता, अमृतसर: कृषि सुधार कानून रद करवाने के लिए विरोध पर उतरे किसान शुक्रवार को सैकड़ो की संख्या में दिल्ली के लिए रवाना हुए। ट्रैक्टर-ट्रालियों पर सवार होकर किसान जयकारे लगाते हुए गोल्डन गेट से निकले। वहीं इससे पहले किसानों ने केंद्र सरकार व हरियाणा की खट्टर सरकार के पुतले भी जलाए।
इस दौरान किसान मजदूर संघंर्ष कमेटी के प्रधान सतनाम सिंह पन्नू, सार्वजनिक सचिव सरवन सिंह पंधेर, वरिष्ठ उपाध्यक्ष स्वर्ण सिंह चौटाला ने कहा कि खट्टर सरकार ने हिसा का सहारा लिया है, लेकिन किसान अब पीछे हटने वाले नहीं। हर एक जुर्म का सामना करने को तैयार हैं। वहीं जंडियाला गुरु में रेलवे ट्रैक पर 65वें दिन भी जारी धरने को संबोधित करते हुए सरवन सिंह, सलविदर सिंह जनाया ने कहा कि हम रेल रोको आंदोलन वापस नहीं लेंगे, चाहे संघर्ष कितने भी लंबे समय तक चले। संघर्ष जारी रहेगा। दिल्ली के प्रतिबंधों से किसान आंदोलन नहीं रुकेगा। इस अवसर पर तरसेम सिंह विक्की, परमजीत सिंह, शेर सिंह, मुख्तियार सिंह, हाकिम सिंह, गुरमुख सिंह, बलविदर सिंह, हरदीप सिंह, कुलजीत सिंह, अमर सिंह, शेर सिंह, नम्बरदार सुखदेव सिंह, हरबेद सिंह आदि उपस्थित थे।
किसानों का कहना है कि जब तक कृषि सुधार कानून रद नहीं किए जाते उनका आंदोलन जारी रहेगा। इस दौरान किसी भी यात्री ट्रेन को नहीं चलने दिया जाएगा। केवल मालगाड़ियों को ही रास्ता दिया जाएगा। केंद्र सरकार उनके आंदोलन को कमजोर करना चाहती है, लेकिन किसान पीछे हटने वाले नहीं हैं। हरियाणा सरकार द्वारा किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए की गाई कार्रवाई निंदनीय है।