किसानों ने नेताओं और कारपोरेट घरानों के पुतले फूंके

संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर अलग-अलग किसान संगठनों ने केंद्र सरकार के नेताओं और कारपोरेट घरानों के मालिकों के पुतले फूंककर प्रदर्शन किया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Oct 2021 06:53 PM (IST) Updated:Sat, 16 Oct 2021 06:53 PM (IST)
किसानों ने नेताओं और कारपोरेट घरानों के पुतले फूंके
किसानों ने नेताओं और कारपोरेट घरानों के पुतले फूंके

जासं, अमृतसर : संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर अलग-अलग किसान संगठनों ने केंद्र सरकार के नेताओं और कारपोरेट घरानों के मालिकों के पुतले फूंककर प्रदर्शन किया। किसान मजदूर संघर्ष कमेटी की ओर से रावण का पुतला रंजीत एवेन्यू ग्राउंड में स्थापित करके उस पर विभिन्न नेताओं और कंपनियों के पुतले लगाकर रोष व्यक्त किया गया।

किसान नेताओं सरवण सिंह पंधेर, गुरबचन सिंह चब्बा, रणजीत सिंह कलेर बाला ने कहा कि किसानों को कृषि सेक्टर से बाहर निकाला जा रहा है। उनकी मांग है कि तीनों कृषि सुधार कानून रद किए जाएं। लखीमपुर घटना के दोषियों को गिरफ्तार किया जाए। बीएसएफ को सीमा से 50 किलोमीटर तक के दिए अधिकारों को वापिस लिया जाए। पेट्रोल, डीजल, कीट नाशक दवाओं और खादों में रेटों में की गई वृद्धि को वापिस लिया जाए। इस दौरान प्रदर्शन में बढ़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुई। प्रदर्शनकारियों को कुलवंत सिंह, चरणजीत सिंह सफीपुर, अजीत सिह, हरभिदर सिंह, अमरजीत कौर, हरजस कौर,राज रानी, निर्मल कौर, राजविदर कौर, रंधावा सिंह, गुरभेज सिंह आदि मौजूद थे।

संयुक्त किसान मोर्चा के अलग-अलग संगठनों की ओर से पहले कंपनी बाग में रोष रैली की गई। इसके बाद प्रदर्शनकारी मार्च करते हुए हाल गेट पहुंचे। प्रदर्शनकारियों की अगुआई रत्न सिंह रंधावा, बलकार सिंह दुधाला, बलविदर सिंह दुधाला, हरजीत सिंह झीते,धनवंत सिंह खतराएं कलां आदि कर रहे थे। किसानों की ओर से हाल गेट के बाहर यातायात रोककर केंद्र सरकार के नेताओं के पुतले फूंकते हुए कहा कि सरकार किसानों से उनकी भूमि छीन कर कारपोरेट घरानों को देने जा रही है।

संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर आल इंडिया किसान सभा और सब्जी उत्पादक किसान सभा के कार्यकर्ताओं की ओर से अमृतसर मेहता रोड पर यातायात विरुद्ध कर प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि 18 अक्टूबर को राज्य भर का रेल यातायात ठप कर दिया जाएगा। 26 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश में आयोजित होने वाली किसान पंचायत में राज्य से हजारों किसान शामिल होंगे। इस मौके पर किसान नेताओं भूपिदर सिंह तीर्थपुरा, लखबीर सिंह निजामपुरा, गुरमेज सिंह आदि मौजूद थे।

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