15 दिन में जलियांवाला बाग नहीं खोला तो भूख हड़ताल पर बैठेंगे परिवार

जलियांवाला बाग शहीद परिवार समिति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर मांग की है कि जलियांवाला बाग को जल्द खोला जाए।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 15 Apr 2021 11:37 PM (IST) Updated:Thu, 15 Apr 2021 11:37 PM (IST)
15 दिन में जलियांवाला बाग नहीं खोला तो भूख हड़ताल पर बैठेंगे परिवार
15 दिन में जलियांवाला बाग नहीं खोला तो भूख हड़ताल पर बैठेंगे परिवार

जागरण संवाददाता, अमृतसर : जलियांवाला बाग शहीद परिवार समिति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर मांग की है कि जलियांवाला बाग को जल्द खोला जाए। वह शहीदों की स्थली है और उसे बंद रखना शहीदों का अपमान है। यह उनके लिए दुर्भाग्य की बात है कि उनके पूर्वजों को ही प्रशासन ने श्रद्धांजलि देने के लिए नहीं जाने दिया। समिति के प्रधान महेश बहल ने चेतावनी दी है कि अगर बाग 15 दिन के अंदर नहीं खोला गया तो वह शहीदों के परिवारों को साथ लेकर बाग के बाहर भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे। उन्होंने कहा कि जलियांवाला बाग शहीदों के मंदिर है और इसे बंद रखना सरकार की एक सोची समझी साजिश है। कोरोना के नाम पर इसे बंद कर दिया गया है, जो उनके साथ धक्का है। बैसाखी वाले दिन वह अपने परिवारों के साथ शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए गए थे लेकिन उन्हें रोकने के लिए पुलिस लगा दी गई जैसे वह कोई बड़ा क्राइम करने जा रहे है। वह अपने शहीदों को ही श्रद्धांजलि देने के लिए जा रहे थे। क्या शहीदों को श्रद्धांजलि देना गलत है। उन्होंने मांग की है कि जलियांवाला बाग को जल्द खोल देना चाहिए, ताकि लोग अपने इतिहास के बारे जान सके।

उल्लेखनीय है कि 13 अप्रैल के दिन जलियांवाला बाग में शहीद हुए लोगों के पारिवारिक सदस्यों को बाग में शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए अंदर जाने की इजाजत नहीं दी गई थी। परिवार वाले तब करीब एक घंटे तक वहां अंदर जाने की मांग पर अड़े रहे। उनकी पुलिस के साथ बहस भी हुई थी। पर उन्होंने अंदर जाने की इजाजत देने से इन्कार कर दिया। फिर पुलिस ने उन परिवारों को जलियांवाला बाग के प्रवेश द्वार पर लगाए गए बैरिकेड पर बांधी रस्सियों पर ही शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए हार डालने के लिए कहा था और वो ऐसा करके वहां से चले गए।

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