एमटीपी के डिजिटल हस्ताक्षर कर फर्जी एनओसी बनाकर दी
सिविल लाइन थाने की पुलिस ने इमारत की फर्जी एनओसी जारी करने के आरोप में अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर: सिविल लाइन थाने की पुलिस ने इमारत की फर्जी एनओसी जारी करने के आरोप में अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है। पहली बार ऐसा केस सामने आया है। बताया जा रहा है कि नगर निगम के इस तरह के कामों के लिए एक संगठित गिरोह काम कर रहा है। आशंका जताई जा रही है कि इस तरह की धोखाधड़ी के और कई मामले हो चुके हैं। इंस्पेक्टर शिवदर्शन ने बताया कि मामले की जांच करवाई जा रही है। उन्होंने बताया कि इस ठगी में टाउन प्लानर के डिजिटिल हस्ताक्षर का इस्तेमाल किया गया है। इंस्पेक्टर ने दावा किया है कि आरोपितों को जल्द काबू कर लिया जाएगा। नगर निगम के टाउन प्लानर नरिदर शर्मा ने पुलिस को शिकायत में कहा है कि निगम के अधिकारियों की ओर से अपने पोर्टल पर की गई जांच में सामने आया कि 12 अक्टूबर को किसी दूसरे व्यक्ति के नाम पर एनओसी जारी की गई है। यह एनओसी निगम की ओर से जारी की जाने वाली एनओसी की तरह हूबहू थी। इस नाम को लेकर अपने पोर्टल खंगालने शुरू कर दिए, लेकिन वहां इसका रिकार्ड नहीं मिला। धर्मेदर सिंह से 1.59 लाख रुपये भी लिए गए
यह भी पता चला है कि गुमटाला की अबादी गुरु अमरदास एवेन्यू की एक इमारत की एनओसी जारी करवाने की एवेज में धर्मेदर सिंह से 1.59 लाख रुपये भी लिए गए थे लेकिन इसके लिए न तो आनलाइन आवेदन किया गया और न ही निगम के खजाने में फीस जमा करवाई गई। अब पुलिस ने उन लोगों की तलाश शुरू कर दी है जो इसमें शामिल हैं।