चाहे सिर कट जाए, पंजाब की अमन-शांति पर आंच नहीं आने देंगे : सुखबीर
दशहरा कमेटी अमृतसर नार्थ की ओर से चीफ पैट्रन व पूर्व कैबिनेट मंत्री अनिल जोशी की अध्यक्षता में आयोजित दशहरा समारोह में रावण कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतलों का दहन किया गया।
जासं, अमृतसर : दशहरा कमेटी अमृतसर नार्थ की ओर से चीफ पैट्रन व पूर्व कैबिनेट मंत्री अनिल जोशी की अध्यक्षता में आयोजित दशहरा समारोह में रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतलों का दहन किया गया। समारोह में मुख्य अतिथि शिरोमणि अकाली दल के प्रधान व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल और विशेष अतिथि पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया रहे। सुखबीर ने मंच पर आसीन संत समाज का पहले आशीर्वाद लिया, फिर मुख्य मंच पर गए। नेताओं ने मंच से जयश्रीराम और बोले सो निहाल सतश्री अकाल के जयघोष बुलंद करते हुए भाईचारक सांझ का संदेश दिया।
सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि दशहरा के मंच से वह दो वचन लेते है। पहला चाहे सिर कट गए अकाली दल पंजाब की भाईचारक सांझ पर कोई आंच नहीं आने देगा। दूसरा उनका मिशन है, गुरु नगरी को विश्व स्तरीय शहर और विश्वप्रसिद्ध पर्यटन स्थल बनाना। पूर्व सरकार के समय में भी गुरुनगरी में जितना विकास हुआ है, वर्तमान सरकार पौने पांच सालों में एक ईंट तक नहीं लगा सकी और न ही पुराने प्रोजेक्टों को ही संभाल सकी।
उन्होंने कहा कि शिअद सरकार के समय में ही श्रीदरबार साहिब के पास वर्ल्ड क्लास हैरीटेज स्ट्रीट का निर्माण हुआ, श्री दुग्र्याणा तीर्थ व श्रीराम तीर्थ के सुंदरीकरण पर करोड़ों रुपया खर्च किया गया। अकाली दल ने हमेशा ही हर धर्म का सम्मान किया है और पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की सोच ही सबको साथ लेकर चलने की रही है।
पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि हमारी इस धर्म की खूबसूरती ही इंसानियत है। लोग जिस तरह जयश्रीराम के नाम का जयघोष करते हैं, उसी तरह वह वाहेगुरु जी का खालसा, वाहेगुरु जी की फतेह के जयकारे को सम्मान देते है। इंसानियत से बढ़कर कुछ नहीं है और पंजाब की तरक्की भाईचारक सांझ की मजबूती पर निर्भर करती है। हमारे त्योहार हमें इंसानियत और भाईचारक सांझा का ही संदेश देते हैं। पूर्व कैबिनेट मंत्री अनिल जोशी ने कहा कि हम सौभाग्यशाली हैं कि हम श्री गुरु रामदास जी द्वारा बसाई गई गुरुनगरी के बाशिदे हैं। श्रीदरबार साहिब की इस धरती पर प्रभु श्रीराम के नानके जहां है, वहीं श्री रामायण जी की रचना भी भगवान वाल्मीकि जी ने यही की।
जोशी ने रावण से पंजाब सरकार की तुलना करते हुए कहा कि जिस तरह से उन्होंने माता सीता का हरण किया था, वैसे ही झूठे वायदों से कांग्रेस ने पंजाब में सरकार तो बनाई, पर पौने पांच साल में एक भी वायदा पूरा नहीं किया। अब तीन महीनों में वायदे तो क्या पूरे होंगे। सरकार डेंगू जैसी आपदा से लोगों को बचा ले यही बहुत है। सजा मेला, आतिशबाजी ने मोहा
कोविड की वजह से दो साल बाद रणजीत एवेन्यू में सजे दशहरा मेले की रौनक देखने लायक रही। लोगों और बच्चों ने झूलों व फूड स्ट्रीट का तो आनंद लिया ही, साथ ही श्रीराम लीला कमेटियों द्वारा सजाई गई झांकियां भी लोगों के आकर्षण का केंद्र रही। पुतलों के दहन के बाद आतिशबाजी शो भी देखने लायक रहा।
समारोह में हाजिर संत समाज
समारोह में प्रधान राजेश मित्तल, सुनीत कोचर, संजीव शिगारी, अमन ऐरी, विक्की ऐरी, अनिल मेहरा, अविनाश शर्मा, सुभाष अरोड़ा, रणजीत कंवर, रिक्की नैयर, अजय मेहरा, गुरप्रताप सिंह टिक्का, डा. दलबीर सिंह वेरका, रवि गुप्ता, पारस जोशी, गगनदीप शर्मा, नैनीश बहल, राजिदर मरवाहा, अमित कपूर, मानव तनेजा, गुरप्रताप रंधावा, पवन अरोड़ा, राजा जोशी, ज्वालादीप शर्मा, महंत सुखदेवा नंद, महंत भूपिदर सिंह, महंत हरदेव मुनी, आरती देवा, मनोज महाराज, महंत गुरप्रताप मुनी, महंत दिगंबर मुनी, सुधा, महामंडलेश्वर अश्नील महाराज, पवन महाराज आदि मौजूद रहे।