परीक्षा नीति पर पुनर्विचार करें शिक्षा विभाग : रासा
बोर्ड की ओर से पहली टर्म की परीक्षा नवंबर-दिसंबर में 40 प्रतिशत सिलेबस के साथ ली जा रही है। उन्होंने शिक्षा मंत्री से परीक्षा नीति पर पुनर्विचार करने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह परीक्षा नीति विद्यार्थियों को तंग परेशान करने से अधिक कुछ नहीं है।
संवाद सहयोगी, अमृतसर: रेकोग्नाइजड एंड एफिलिएटिड स्कूल्स एसोसिएशन (रासा) पंजाब के शिष्टमंडल ने शिक्षा मंत्री परगट सिंह से मुलाकात की। मंत्री को स्कूल की मांगों के प्रति अवगत करवा कर जल्द से जल्द मांगे हल करने की अपील की गई।
दशमेश पब्लिक सीसे स्कूल मेहता चौक के प्रिसिपल हरशदीप सिंह रंधावा व प्रिसिपल गुरजीत सिंह ने कहा कि बोर्ड की ओर से पहली टर्म की परीक्षा नवंबर-दिसंबर में 40 प्रतिशत सिलेबस के साथ ली जा रही है। उन्होंने शिक्षा मंत्री से परीक्षा नीति पर पुनर्विचार करने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह परीक्षा नीति विद्यार्थियों को तंग परेशान करने से अधिक कुछ नहीं है।
इसके अलावा लंबे समय से लटकती आ रही रासा की मांगों जैसे सीएलयू का खात्मा, एफिलिएशन नियमों में संशोधन, आरटीई एफिलिएशन के घेरे में मान्यता प्राप्त व एफिलिएटिड स्कूलों को बाहर निकाला आदि काफी समस्याओं से उनको अवगत करवाया गया। मंत्री ने भरोसा दिया कि जल्द ही रासा के पदाधिकारियों की एक बैठक वह अपनी मौजूदगी में शिक्षा विभाग व शिक्षा बोर्ड के अधिकारियों के साथ करवाएंगे।
पंजाब रासा के शिष्टमंडल में सीनियर मीत प्रधान राज कंवलप्रीत लक्की, प्रदेश महासचिव सुजीत शर्मा बबलू, सकत्तर सिंह संधू, जगतपाल महाजन, सुखविदर भल्ला, चरणजीत सिंह पारोवाल, बलकार सिंह, जगजीत सिंह, रंजीत सिंह सैनी, रजनीश कुमार, अंबेश चौधरी, अजीत राम धीमान, हरजोत सिंह मान आदि मौजूद थे।