रिश्वत आरोप: डीएचओ के खिलाफ विभागीय जांच शुरू, चंडीगढ़ से पहुंची टीम
रिश्वत के आरोपों में घिरे जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. इंद्रमोहन गुप्ता के खिलाफ विभागीय जांच शुरू हो गई है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : रिश्वत के आरोपों में घिरे जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. इंद्रमोहन गुप्ता के खिलाफ विभागीय जांच शुरू हो गई है। सोमवार को चंडीगढ़ से फूड कमिश्नर के आदेश पर तीन सदस्यीय टीम अमृतसर पहुंची। टीम ने नारायणगढ़ स्थित शमशेर चक्की व करियाना स्टोर के मालिक कर्मजीत सिंह के बयान लिए। कर्मजीत ने बताया कि दो जून को जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. इंद्रमोहन गुप्ता उनकी दुकान पर आए सैंपल भरने के नाम पर उनसे पैसों की मांग की। उन्होंने पचास हजार मांगे, लेकिन बाद में 16 हजार लेकर चले गए। इस बात की शिकायत उन्होंने हलका विधायक डा. राजकुमार वेरका को लिखित शिकायत दी थी।
चंडीगढ़ से आई टीम ने कर्मजीत सिह व उनक बेटे के बयान कलमबद्ध किए हैं। हालांकि अभी डा. इंद्रमोहन गुप्ता से पूछताछ बाकी है। संभावना है कि मंगलवार को टीम उनके बयान ले। दो करोड़ की फिरौती मांगने वाला गिरफ्तार
वहीं कनाडा बैठे अपने साथियों के सहयोग से शहर के कपड़ा कारोबारी नरेश खन्ना से दो करोड़ रुपये की फिरौती मांगने के आरोप में मेहता चौक निवासी हरमनप्रीत सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित से उसका मोबाइल कब्जे में ले लिया गया है। पुलिस उसकी काल डिटेल्स, लोकेशन और वाट्सएप रिकार्डिग का खाका खंगालने में जुटी है।
जानकारी के मुताबिक, नरेश खन्ना का बेटा गगन कनाडा में रहता है। कुछ समय पहले उसने अपनी मंगनी तोड़ दी थी। इसके बाद गगन और उसके पिता नरेश खन्ना को कनाडा में बैठे मोहरप्रीत सिंह, उसके दोस्त साहिल और अमृतसर के मेहता चौक निवासी हरमनप्रीत सिंह ने जान से मारने की धमकियां देनी शुरू कर दी। आरोपितों ने धमकाया कि वह अगर अपनी जान बचाना चाहते हैं तो उन्हें दो करोड़ रुपये फिरौती के रूप में दें।