विद्यार्थियों को नशा न करने व माता-पिता की सेवा का दिलाया संकल्प

डीएवी कालेज में महात्मा आनंद स्वामी सरस्वती का 140वां जन्मदिवस मनाया गया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 15 Oct 2021 07:00 PM (IST) Updated:Fri, 15 Oct 2021 07:00 PM (IST)
विद्यार्थियों को नशा न करने व माता-पिता की सेवा का दिलाया संकल्प
विद्यार्थियों को नशा न करने व माता-पिता की सेवा का दिलाया संकल्प

जागरण संवाददाता, अमृतसर: डीएवी कालेज में महात्मा आनंद स्वामी सरस्वती का 140वां जन्मदिवस मनाया गया। इसमें विद्यार्थियों को जीवन भर नशा न करने के साथ-साथ अपने मां-बाप व बजुर्गो की सेवा करने का संकल्प दिलाया गया।

कालेज के प्रिसिपल डा. राजेश कुमार ने कालेज में संस्कृत पढ़ने वाले 51 विद्यार्थियों 2400-2400 रुपये के चेक वितरित किए। उन्होंने बताया कि महात्मा आनंद स्वामी सरस्वती डीएवी व आर्य समाज को अपना सर्वस्व आहूत करने वाले ऐसे ऋषि थे, जिनके पदचिन्ह पर आज भी उनके सुपौत्र पद्मश्री डा. पूनम सूरी बड़े ही स्वाभिमान से चल रहे हैं। महात्मा आनंद स्वामी के पिता मुंशी गणेश दास सूरी को स्वयं महर्षि दयानंद सरस्वती ने आर्य समाज में दीक्षित किया था। उन्हीं के संस्कार महात्मा आनंद स्वामी सरस्वती को मिले। साल 1905 में जब जिला कांगड़ा में भयंकर भूकंप आया, तो वह दूसरे स्वयंसेवकों के साथ कांगड़ा पहुंचे और भूकंप पीड़ितों की सेवा कर राय बहादुर बक्शी सोहन लाल से पदक प्राप्त किया था। इस मौके पर स्टाफ सचिव डा. बीबी यादव, डा. गुरदास सिंह सेखों, डा. मलकीत सिंह आदि मौजूद थे। संस्कृत विभागाध्यक्ष डा. कुलदीप सिंह आर्य ने बताया कि वर्तमान में संस्कृत अत्यंत सरल, सरल, मधुर एवं सबसे अधिक अंक प्रदान करने वाला विषय है। बारहवीं तक बिना संस्कृत पढ़े विद्यार्थी भी इसे बड़ी आसानी से पढ़ते हैं, क्योंकि इसकी परीक्षा में हिदी, पंजाबी या अंग्रेजी माध्यम से लिखते हैं। कालेज में जो विद्यार्थी संस्कृत पढ़ते हैं, उन्हें 400 प्रतिमाह कालेज समिति से विशेष छात्रवृत्ति मिलती है। हरदीप रंधावा।

chat bot
आपका साथी