पिता बोले, बेटे की लोकप्रियता से बौखला गए थे कुछ लोग इसलिए की गई हत्या

शहीद ऊधम सिंह नगर निवासी भूपिदर सिंह ने आरोप लगाया है कि जगदीश सिंह उर्फ माड़ी मेघा की राजनीतिक चुनाव की रंजिश में हत्या की गई है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 15 Jan 2021 11:50 PM (IST) Updated:Fri, 15 Jan 2021 11:50 PM (IST)
पिता बोले, बेटे की लोकप्रियता से बौखला गए थे कुछ लोग इसलिए की गई हत्या
पिता बोले, बेटे की लोकप्रियता से बौखला गए थे कुछ लोग इसलिए की गई हत्या

जासं, अमृतसर : शहीद ऊधम सिंह नगर निवासी भूपिदर सिंह ने आरोप लगाया है कि जगदीश सिंह उर्फ माड़ी मेघा की राजनीतिक चुनाव की रंजिश में हत्या की गई है। उन्होंने बताया कि उनके बेटे की लोकप्रियता से कुछ सियासी लोग ईष्र्या करने लगे थे। उन्होंने डीजीपी से गुहार लगाई है कि इस मामले में छिपे असल आरोपितों का पता लगाकर उन्हें जल्द बेनकाब किया जाए।

भूपिदर सिंह ने आरोप लगाया कि उनके बेटे की हत्या से किन आरोपितों को लाभ है, इसका पता लगाया जाना जरूरी है। उन्होंने बताया कि योजना के तहत ही उनके बेटे को पहले एसजीपीसी की नौकरी से हटवाया गया। उसे अकाली दल की तरफ से निगम उपचुनाव में टिकट मिलनी थी, लेकिन बाद में उसे अकाली दल की टिकट देने से इन्कार कर दिया। बेटे की बढ़ रही लोकप्रियता के कारण लोगों ने उसे आजाद चुनाव लड़ने के लिए कहा था। इसी कारण वह अब उपचुनाव बतौर आजाद लड़ने की तैयारी कर रहा था।

उधर, कमिश्नर डा. सुखचैन सिंह गिल शुक्रवार की दोपहर पीड़ित परिवार से मिलने व घटनास्थल का मुआयना करने पहुंचे। सीपी ने आदेश दिया कि मामले की निष्पक्ष जांच करवाई जाएगी। आरोपित किसी भी कीमत पर बख्शे नहीं जाएंगे। पुलिस काल डिटेल निकलवाए

भूपिदर सिंह ने बताया कि उनके बेटे की हत्या के मामले में मुख्य सरगना का पता लगाया जाए। पुलिस को चाहिए कि मंदीप सिंह बराड़ और उसके साथियों की काल डिटेल निकलवाई जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि जगदीश की हत्या के बाद आरोपितों ने खुद को बचाने के लिए अपने राजनीतिक आका से संपर्क किया था। इससे पुलिस को असल आरोपित का सुराग मिलेगा। पास के अस्पताल की बजाए वल्ला क्यों भेजा घायल जगदीश को

इलाके के लोगों ने बताया कि उनके नेता जगदीश सिंह की हत्या षड्यंत्र के तहत करवाई गई है। जब जगदीश को गोली लगी तो उसे तुरंत इलाज मिलना चाहिए था। मगर एक नेता के इशारे पर परिवार को गुमराह किया गया। जगदीश को पास के किसी निजी अस्पताल में ले जाने के बजाय वल्ला स्थित श्री गुरु रामदास अस्पताल क्यों ले जाया गया। पता लगाया जाना चाहिए कि किस नेता की शह पर जगदीश की हत्या करवाई गई। कभी थे दोस्त, आज जान के दुश्मन बने

इलाके के लोगों ने बताया कि आरोपित मंदीप और जगदीश (मृतक) कभी गहरे दोस्त होते थे। कुछ समय पहले दोनों में मनमुटाव हुआ और तू-तू-मैं-मैं भी हुई। एक सप्ताह पहले दोनों ने एक दूसरे को इंटरनेट मीडिया पर व्यंग भी किए थे। यह रंजिश इतनी बढ़ गई कि मंदीप सिंह और उसका परिवार जगदीश के जान के दुश्मन बन गए। बुधवार की रात मामूली नोकझोंक के बाद आरोपितों ने गोलियां चलाकर जगदीश को मौत की नींद सुला दिया। बख्शे नहीं जाएंगे आरोपित: बुलारिया

विधायक इंद्रबीर सिंह बुलारिया ने पीड़ित परिवार को सांत्वना दी। उन्होंने बताया कि हत्यारोपित किसी भी कीमत पर बख्शे नहीं जाएंगे। अगर हत्या राजनीति को लेकर हुई है तो आरोपित पाए जानेवाले किसी भी कीमत पर बख्शे नहीं जाएंगे। पांच टीमें कर रही हैं छापामारी: इंस्पेक्टर गुरविदर

पुलिस ने मामले में पांच लोगों को नामजद कर लिया गया है। बलविदर सिंह उर्फ बिल्ला को काबू कर लिया गया है। अब शेष चार आरोपितों मंदीप सिंह, सुखचैन सिंह, अमनचैन सिंह और लाडी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने पांच टीमों का गठन किया है। थाना प्रभारी इस्पेक्टर गुरविदर सिंह ने बताया कि इलाके में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। एफआइआर में कुछ ओर लोगों को भी शामिल किया जाएगा।

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