सिविल अस्पताल में दसवीं पास दर्जा चार कर्मी ले रहा था कोविड सैंपल
सिविल अस्पताल में बड़ी लापरवाही सामने आई है। एक तरफ कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं और दूसरा अस्पताल में दर्जा चार कर्मचारी रणजीत सिंह लोगों के कोविड सैंपल लेता देखा गया।
जासं, अमृतसर: सिविल अस्पताल में बड़ी लापरवाही सामने आई है। एक तरफ कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं और दूसरा अस्पताल में दर्जा चार कर्मचारी रणजीत सिंह लोगों के कोविड सैंपल लेता देखा गया। जानकारी मिलने पर इंप्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष व सिविल अस्पताल के लेबोरेट्री टेक्नीशियन राजेश शर्मा ने कड़ा संज्ञान लिया। उन्होंने इसकी शिकायत अस्पताल प्रशासन से की। राजेश ने कहा कि दर्जा चार कर्मचारी खुद को डाक्टर बताकर सैंपल ले रहा था। वह मास्क भी नहीं पहनता था और ग्लब्ज भी नहीं। इससे भी इन्कार नहीं किया जा सकता कि गलत रिपोर्ट भी देता हो। हाल ही में एक ही व्यक्ति का मोबाइल नंबर दर्ज कर 100 से अधिक टेस्ट किए गए। इससे साफ है कि सैंपल कलेक्शन में धांधली हुई है। उन्होंने रणजीत को टेस्ट करने से रोका भी, पर वह गलती मानने की बजाय उनसे उलझ गया था। ऐसा कर्मचारी सैंपल लेने योग्य नहीं है। अस्पताल के सीनियर मेडिकल डा. हरकंवलजीत सिंह का कहना है कि उनके पास शिकायत आई थी कि दर्जा चार कर्मचारी सैंपल ले रहा था। हम उस पर सख्त कार्रवाई कर रहे हैं। डाक्टर नहीं था, इसलिए मैंने सैंपल लिया: रणजीत सिंह
दर्जा चार कर्मचारी रणजीत ने कहा कि टेस्ट के लिए आने वाले लोगों की संख्या ज्यादा थी, इसलिए मैं इमरजेंसी में वहां सैंपल लेने चला गया। कोविड सेंटर में डाक्टर की शुगर बढ़ गई थी, इसलिए वह वहां से चला गया था। ऐसे में मैंने सैंपल लिए। एक साल हो गया मुझे ड्यूटी करते। मुझे सैंपल लेने का पूरा अभ्यास हो चुका था। अब अस्पताल प्रशासन ने मुझे सैंपल लेने से मना कर दिया है।