जीएनडीयू में पत्रकार नैय्यर की याद में शुरू होगा कोर्स : डा. संधू
भारत-पाकिस्तान के बीच 1971 की जंग के 50 साल पूरे होने पर माझा हाउस और कुलदीप नैय्यर ट्रस्ट ने शहीद एसएस गिल और प्रसिद्ध पत्रकार कुलदीप नैय्यर की याद में वार्षिक लेक्चर करवाया।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : भारत-पाकिस्तान के बीच 1971 की जंग के 50 साल पूरे होने पर माझा हाउस और कुलदीप नैय्यर ट्रस्ट ने शहीद एसएस गिल और प्रसिद्ध पत्रकार कुलदीप नैय्यर की याद में वार्षिक लेक्चर करवाया। इसमें अमेरिका और चीन में भारत की राजदूत रही निरूपमा राय विशेष तौर पर पहुंची और उन्होंने बार्डर लैंड पर अपनी स्पीच दी। साथ ही अपने अनुभव को साझा किया। राय ने कहा कि पूरी दुनिया में बार्डर के अलग-अलग मायने है, क्योंकि धरती एक सामान है। मगर यहां पर बार्डर की लकीर खींच दी गई है। वहीं कुलदीप नैय्यर के पोती मंदिरा नैय्यर ने भी अपनी स्पीच दी। इसके बाद पैनल के बीच विचार-चर्चा की गई। गौर हो कि माझा हाउस का निर्माण शहीद एसएस गिल की याद में किया गया था।
गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के वीसी डा. जसपाल सिंह संधू ने कहा कि 1971 की जंग में शहीद एसएस गिल की शहादत को देश कभी नहीं भूल सकता है। वहीं उन्होंने पत्रकार कुलदीप नैय्यर जी के बारे में कहा कि उन्होंने अपनी पत्रकारिता के जरिए देश में एक अलग अलख जगाई थी। डा. संधू ने कहा कि जीएनडीयू में कुलदीप नैय्यर जी की याद में जल्द ही मास कम्युनिकेशन का कोर्स शुरू किया जाएगा। जहां पर जर्नलिज्म पढ़ने आने वाले विद्यार्थियों को ट्रेनिग दी जाएगी।