शुक्र है.. पौने दो साल बाद कोरोना जीरो
शहरवासियों के लिए राहत की बड़ी खबर है। पौने दो साल बाद कोरोना जीरो हो गया है।
जासं, अमृतसर: शहरवासियों के लिए राहत की बड़ी खबर है। पौने दो साल बाद कोरोना जीरो हो गया है। जिले में सोमवार को एक भी कोरोना संक्रमित रिपोर्ट नहीं हुआ। कुल 3480 सैंपलों की जांच में सभी सैंपल नेगेटिव पाए गए। कोरोना वायरस की शुरुआत के बाद से यह पहली बार है कि एक भी संक्रमित न मिला हो। वहीं सोमवार को दो मरीज स्वस्थ हुए हैं। ऐसे में सक्रिय केसों की गिनती महज 15 रह गई है।
जिले के सभी निजी एवं सरकारी अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों की संख्या अब नगण्य हैं। दरअसल, 19 फरवरी को अमृतसर में पंजाब संक्रमित रिपोर्ट हुआ था। यह शख्स इटली से आया था और दिल्ली पहुंचकर ट्रेन से अमृतसर प्लेटफार्म पर पहुंचा था। इसके बाद कोरोना संक्रमण की दर लगातार बढ़ती चली गई। सितंबर 2020 में संक्रमण दर 82 प्रतिशत तक जा पहुंची थी। पहली लहर की समाप्ति के बाद दूसरी लहर ने दोहरा कहर बरपाया। बहरहाल, जिले में अब तक 47286 संक्रमित रिपोर्ट हो चुके हैं। इनमें से 45681 स्वस्थ हुए हैं। दुर्भाग्यवश 1590 संक्रमितों की जान चली गई। सोमवार को 9664 लोगों को टीका लगा
कोरोना की मंद गति के बीच टीकाकरण अभियान तेज है। सोमवार को 9664 लोगों को टीका लगाया गया। इनमें 6911 ने पहली डोज लगवाई, जबकि 2953 ने दूसरी। वहीं 11 गर्भवती महिलाओं व 17 स्तनपान करवाने वाली महिलाओं ने भी टीका लगवाया। अब जिले में कुल टीकाकरण 1360331 हो चुका है। इनमें दोनों डोज लगवा चुके लोगों की गिनती 319367 है। अब तक 346 लोग डेंगू पाजिटिव
कोरोना से जंग जीतने की ओर अग्रसर स्वास्थ्य विभाग के समक्ष डेंगू मच्छर चुनौती खड़ी कर रहा है। जिले में डेंगू पाजिटिव 346 मरीज रिपोर्ट हो चुके हैं। प्रतिदिन औसतन दस से पंद्रह मरीज रिपोर्ट हो रहे हैं। यही वजह है कि डिप्टी कमिश्नर गुरप्रीत सिंह खैहरा ने नगर निगम व स्वास्थ्य विभाग को मिलकर काम करने का आदेश दिया था। दोनों विभागों की टीमें शहर में मच्छर मार दवा का छिड़काव करने में जुटी हैं।