बीसी श्रेणी को हमेशा नजरअंदाज किया गया : ठेकेदार
एससी श्रेणी के उप मुख्यमंत्री की शुरू हुई कावायद के बाद अब बीसी श्रेणी ने भी अपना उप मुख्यमंत्री बनाए जाने की आवाज उठानी शुरू कर दी है।
जासं, अमृतसर : एससी श्रेणी के उप मुख्यमंत्री की शुरू हुई कावायद के बाद अब बीसी श्रेणी ने भी अपना उप मुख्यमंत्री बनाए जाने की आवाज उठानी शुरू कर दी है। बैक्वर्ड क्लास लैंड डवलपमेंट एंड फाइनांस कारपोरेशन के चेयरमैन व कांग्रेस के पूर्व विधायक हरजिदर सिंह ठेकेदार ने कहा कि पंजाब में एक मुख्यमंत्री के बाद दो उपमुख्यमंत्री होने चाहिए। कांग्रेस नेतृत्व ने एलान किया है कि पंजाब में आने वाले विधानसभा के बाद एससी श्रेणी का मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। परंतु बीसी और ओबीसी श्रेणी को नजरअंदाज कर दिया गया है। ठेकेदार शुक्रवार को अपने गृह में मीडिया को संबोधित कर रहे थे। हरजिदर सिंह ठेकेदार ने कहा कि बीसी भाईचारा हमेशा ही समय-समय पर राजनीतिक दलों की ओर से नजरअंदाज किया जाता रहा है। बीसी भाईचारा सबसे अधिक शोषण का शिकार हुआ है। ठेकेदार ने कहा कि मंडल कमिशन की रिपोर्ट में भी बीसी श्रेणी को 27 प्रतिशत आरक्षण देने की सिफारिश की गई थी। बहुत सारे राज्यों में यह रिपोर्ट लागू कर दी गई। एससी श्रेणी को तो सिफारिश के अनुसार आरक्षण दे दिया गया, परंतु बीसी श्रेणी के लिए दी गई सिफारिशों को लागू ही नहीं किया गया।
उन्होंने कहा कि अब राज्य में बीसी श्रेणी की संख्या 34 प्रतिशत से भी पार हो गई है। इस लिए राज्य में एक उपमुख्यमंत्री बीसी श्रेणी का भी होना चाहिए। वहीं जिस तरह अलग अलग विधानसभा क्षेत्र एससी श्रेणी के लिए आरक्षित किए जाते है वैसे ही बीसी श्रेणी के लिए भी विधानसभा और कारपोरेशन की सीटों आरक्षित होनी चाहिए।