हिदू नेताओं के विरोध में बंद किया शराब का ठेका

शिवाला बाग भाइया के निकट खुले शराब के ठेके को बंद करवाने के लिए हिदू सत्कार कमेटी के नेतृत्व में कई हिदू संगठनों के नेताओं ने ठेके के बाहर प्रदर्शन किया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 Jan 2021 05:00 PM (IST) Updated:Tue, 26 Jan 2021 05:00 PM (IST)
हिदू नेताओं के विरोध में बंद किया शराब का ठेका
हिदू नेताओं के विरोध में बंद किया शराब का ठेका

संवाद सहयोगी, अमृतसर : शिवाला बाग भाइया के निकट खुले शराब के ठेके को बंद करवाने के लिए हिदू सत्कार कमेटी के नेतृत्व में कई हिदू संगठनों के नेताओं ने ठेके के बाहर प्रदर्शन किया। विरोध को देखते हुए प्रशासन ने ठेके को बंद करवा दिया। हिदू सत्कार कमेटी के प्रधान अरुण कुमार पोपा ने कहा कि शिवाला बाग भाइया प्राचीन मंदिर है जहां पर रोजाना बड़ी संख्या में लोग माथा टेकने आते हैं, पर पिछले कुछ समय से मंदिर के निकट शराब का ठेका खोल दिया गया था, जिससे श्रद्धालुओं की भावनाओं को ठेस पहुंची। प्रशासन को पहले ही धार्मिक, शैक्षणिक संस्थानों के बाहर शराब का ठेका नहीं खुलने देना चाहिए। शराब का ठेके बंद होने के बाद नेताओं ने शिवाला बाग भाइया में नतमस्तक हुए।

इस अवसर पर सलिल बिल्ला, योगेश महाजन, कौशल कुमार शर्मा, अमित चड्ढा, रमन पंडित, विशाल शर्मा, विवेक शर्मा, पंडित महिदर पाल, विनोद चौरसिया, संजय आनंद, शिवा राम, आशु महाजन, जतिन, विक्की आदि मौजूद थे। रेहड़ी फड़ी वालों ने किया निगम के खिलाफ प्रदर्शन

वहीं सुल्तानविड रोड स्थित कब्रिस्तान के पास सब्जी मंडी पर निगम की ओर से कार्रवाई करने से नाराज सब्जी विक्रेताओं ने प्रदर्शन किया। गुफरान आलम, प्रधान संजय कुमार, मेहराब अंसारी, गुप्ता लाल, सोनू अंसारी, प्यारेलाल, नरेश कुमार ने कहा कि उनके यहां पर दशकों से रेहड़ी और फड़ियां लग रही हैं। रोड को छोड़कर दीवार से छह फुट के बीच में रेहड़ियां लगती हैं। यह मंडी तीस वर्षो से लग रही है। ऐसे में उनकी रेहड़ियां आकर पलटना और सामान को खराब करना निगम की गलत नीति है। उन्होंने कहा कि निगम कहता है कि जो लोग रेहड़ी और फड़ी लगाते हैं, उन लोगों को निगम 10,000 रुपये लोन देगा। जब फड़ी वालों को काम ही करने नहीं दिया जाएगा तो गरीब कहां से लोन चुका पाएगा। उनको बेवकूफ बनाकर उनकी रोजी-रोटी छीनी जा रही है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में 30 अड्डे लगे हैं। जिस पर तकरीबन 500 व्यक्तियों की रोटी चल रही है। निगम इन 500 लोगों की रोटी छीनने में सबसे आगे हैं। वह लोग अपनी रोजी-रोटी छीनने नहीं देंगे।

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