स्टेट हेल्थ एजेंसी करे 'आयुष्मान' में हुए घोटाले की जांच: प्रधान सुरेश

पंजाब एकता पार्टी के जिला प्रधान सुरेश कुमार शर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा है कि आयुष्मान भारत सरबत सेहत बीमा योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 15 Jan 2021 08:15 PM (IST) Updated:Fri, 15 Jan 2021 08:15 PM (IST)
स्टेट हेल्थ एजेंसी करे 'आयुष्मान' में हुए घोटाले की जांच: प्रधान सुरेश
स्टेट हेल्थ एजेंसी करे 'आयुष्मान' में हुए घोटाले की जांच: प्रधान सुरेश

संवाद सहयोगी, अमृतसर : पंजाब एकता पार्टी के जिला प्रधान सुरेश कुमार शर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा है कि आयुष्मान भारत सरबत सेहत बीमा योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है। प्रधान सुरेश कुमार ने आरोप लगाते कहा कि बड़े अस्पतालों के काफी क्लेम बिना वेरिफिकेशन के पास कर दिए गए हैं। इससे सरकार को करोड़ों का चूना लगा है। पिछले दिनों बड़े अस्पतालों को बचाने के लिए छोटे अस्पतालों को बलि का बकरा बना दिया गया है। एक बड़े अस्पताल के इस योजना के अधीन 90 में 86 दावे खारिज कर दिए गए हैं। इसकी जांच जरूरी थी पर कोई भी जांच विभाग की ओर से नहीं की गई है।

उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार के सेहत व परिवार कल्याण विभाग ने स्टेट हेल्थ एजेंसी नियुक्त की है। इसका मुख्यालय चंडीगढ़ में है। इस एजेंसी का मुख्य कार्यकारी अधिकारी एक आइएएस अधिकारी को नियुक्त किया गया है। जिला स्तर पर डिप्टी मेडिकल कमिश्नर को नियुक्त किया गया है। हैरानी की बात है कि सरकार से अलग एजेंसी नियुक्त करने के बावजूद इस एजेंसी के अधिकारियों के बजाय सिविल सर्जन इस संबंधी जांच कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस संबंधी आरटीआइ (सूचना का अधिकार) के माध्यम से कुछ जानकारी स्टेट हेल्थ एजेंसी से मांगी गई थी पर अपने भ्रष्टाचार की पोल न खुले इसलिए एजेंसी ने मांगी सूचना देने से इन्कार कर दिया जो सूचना विभाग ने मुहैया करवाई है, वह भी हैरानीजनक है।

उन्होंने मांग की है कि आयुष्मान भारत सरबत सेहत बीमा योजना के तहत प्राप्त हुए क्लेम की जांच स्टेट हेल्थ एजेंसी द्वारा नए सिरे से करनी चाहिए। जांच के दौरान जो भी आरोपित सामने आता है या किसी अधिकारी की मिलीभगत सामने आती है तो उसके खिलाफ केस दर्ज करवाई जाए और संबंधित अस्पताल की मान्यता रद की जाए।

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