संशोधित श्रम एक्ट का विरोध, सीटू, एटक व सीटीयू वर्करों ने किए रोष प्रदर्शन

केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के संयुक्त फ्रंट के आह्वान पर अमृतसर में भी विभिन्न ट्रेड यूनियन संगठनों की ओर से सरकार की कर्मचारी व वर्कर विरोधी नीतियों के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 24 Jul 2021 01:31 AM (IST) Updated:Sat, 24 Jul 2021 01:31 AM (IST)
संशोधित श्रम एक्ट का विरोध, सीटू, एटक व सीटीयू वर्करों ने किए रोष प्रदर्शन
संशोधित श्रम एक्ट का विरोध, सीटू, एटक व सीटीयू वर्करों ने किए रोष प्रदर्शन

जागरण संवाददाता, अमृतसर : केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के संयुक्त फ्रंट के आह्वान पर अमृतसर में भी विभिन्न ट्रेड यूनियन संगठनों की ओर से सरकार की कर्मचारी व वर्कर विरोधी नीतियों के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया गया। ट्रेड यूनियन एटक और सीटू की ओर से यहां संयुक्त रूप में रोष प्रदर्शन किया। वहीं ट्रेड यूनियन सीटीयू की ओर से अलग से रोष प्रदर्शन करके केंद्र सरकार की ओर से लागू किए गए संशोधित श्रम एक्ट का विरोध करते हुए इसे पूरी तरह रद्द करने की मांग की है।

प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए ट्रेड यूनियन नेताओं अमरजीत सिह आसल, नरिदर सिंह चमियारी , दसविदर कौर और मोहन लाल ने कहा कि केंद्र सरकार हर दिन नए नए फैसला लेकर मजदूर व मुलाजिम विरोधी नीतियों को लागू कर रही है। जो मेहनतकश वर्ग के साथ साथ देश के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। सरकार की ओर से डिफेंस विभाग के अधीन काम करती 41 फैक्ट्रियों को निजी हाथों में देने का फैसला लिया है। जो देश व जन विरोधी फैसला है। केंद्र सरकार सरकारी उद्योंगों को बेच कर इस में काम करने वाले 76000 कर्मचारियों और उनके परिवारों के सदस्यों का भविष्य दांव पर लगा रही है। कर्मचारियों के अपने हक मांगने पर पाबंदिया लगाई जा रही है। धरने रोष प्रदर्शनों पर बैन लगाए जा रहे है। अपने हकों को लेकर सारा मेहनतकश वर्ग एक है। किसी भी कीमत पर सरकार संस्थानों को निजी हाथों में नहीं देने दिया जाएगा। इसी तरह ट्रेड यूनियन सीटीयू के नेता जगातर सिंह कर्मपुरा के नेतृत्व में भी मजदूर मुलाजिम कर्मचारी संगठनों की ओर से रोष प्रदर्शन किया गया।

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