मुख्यमंत्री जनता के दुख-दर्द को समझें : प्रो. लक्ष्मीकांता चावला

पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. लक्ष्मीकांता चावला ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह दिल्ली के मुख्यमंत्री से सीख लेकर जनता के मुख्यमंत्री बनें न कि महलों में रहने वाले।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Feb 2021 11:55 PM (IST) Updated:Sat, 27 Feb 2021 11:55 PM (IST)
मुख्यमंत्री जनता के दुख-दर्द को समझें : प्रो. लक्ष्मीकांता चावला
मुख्यमंत्री जनता के दुख-दर्द को समझें : प्रो. लक्ष्मीकांता चावला

संवाद सहयोगी, अमृतसर : पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. लक्ष्मीकांता चावला ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह दिल्ली के मुख्यमंत्री से सीख लेकर जनता के मुख्यमंत्री बनें न कि महलों में रहने वाले। उन्होंने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री जनता के बीच नहीं आते, जनता को नहीं सुनते, इसलिए पंजाब के प्रशासन व पुलिस विभाग में पूरी तरह जनता का शोषण किया जा रहा है। कभी पुलिस कर्मचारी रिश्वत लेते पकड़े जाते हैं, कभी नशों के झूठे केस बनाते हैं और बरनाला में जो कांड सामने आया, उसमें चाहे एक नेता व कुछ व्यापारियों का नाम आया, पर तीन पुलिस कर्मचारी भी ऐसे रहे जो इस दुष्कर्म कांड के आरोपित हैं।

प्रो. चावला ने कहा कि मुख्यमंत्री एक बार तो यह बताएं कि उनकी पुलिस के कितने लोग शराब पीते हैं, कितने दूसरे नशे करते हैं, क्या कोई पुलिस स्टेशन बिना रिश्वत के चल रहा है। कितने पुलिस कर्मचारी नेताओं की सिफारिश पर ही थानों में लगाए गए हैं। उधर, अमन समाज पार्टी की बैठक जिला अध्यक्ष बेअंत सिंह की अगुआई में हुई। इसमें प्रदेश अध्यक्ष रंजीत सिंह, महासचिव सुलखण सिंह लद्दड़, प्रेस सचिव जतिंदर सिंह ने कहा कि देश की आर्थिक हालत के लिए कोई भी सियासी पार्टी गंभीर नहीं है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल के चलते छोटे उद्योग बंद हो चुके हैं। बेअंत सिंह ने कहा कि प्रदेश की कैप्टन सरकार ने चार साल दौरान चुनावी वादे पूरे नहीं किए। बेटियों को 51 हजार का शगुन, बुजुर्गो को दो हजार रुपये पेंशन, बेरोजगार युवाओं को भत्ता, किसानों की कर्जमाफी, बेघरों को मकान कहीं भी नहीं मिले।

इस मौके पर बलविंदर सिंह फौजी, सुखदेव सिंह, जागीर सिंह, सरबजीत सिंह, वरियाम सिंह, प्रीतम सिंह, सुखदेव सिंह बब्बा, चरन सिंह, मलकीत सिंह, महिदर सिंह, शरनजीत सिंह, जागीर कौर, महिदर कौर, दविंदर कौर मौजूद थे।

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