कर्मी हड़ताल पर, मोतियाबिद मुक्त पंजाब अभियान में रुकावट
आशा वर्करों व एएनएम की हड़ताल की वजह से स्वास्थ्य विभाग को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : आशा वर्करों व एएनएम की हड़ताल की वजह से स्वास्थ्य विभाग को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। स्थायी नौकरी की मांग पर अड़ी आशा व एएनएम वर्कर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चली गई हैं। वे कभी भंडारी पुल पर प्रदर्शन करती हैं तो कभी मंत्रियों के आवास के बाहर। ऐसे में मोतियाबिद मुक्त पंजाब अभियान पर विराम लग गया है।
दरअसल, 26 नवंबर को पंजाब सरकार में इस अभियान की शुरुआत की गई थी। जिले के सात ब्लाकों में नेत्र जांच शिविर लगाए गए। उदाहरण के तौर पर मजीठा ब्लाक में एक दिन में ही 54 मरीज मोतियाबिद पीड़ित पाए गए थे। ऐसे 400 से अधिक मरीज रिपोर्ट हो चुके हैं, जिनमें से 200 से ज्यादा मरीजों का सिविल अस्पताल अमृतसर में मुफ्त आपरेशन किया जा चुका है। दूसरी तरफ ब्लाकों में मरीजों की स्क्रीनिग का काम अब धीमा पड़ चुका है। कारण है आशा वर्करों व एएनएम की हड़ताल। स्वास्थ्य विभाग ने हर तहसील में कम से कम एक स्क्रीनिग कैंप लगाने का आदेश जारी किया था। अब स्वास्थ्य विभाग ने इस काम में मल्टीपर्पज हेल्थ वर्करों व आंगनबाड़ी वर्करों को लगाने के निर्देश दिए हैं।