पढ़ाई बीच में छोड़ने वाले कैडेट अब जीएनडीयू में कर सकेंगे तैयारी
किसी कारण नेशनल डिफेंस एकेडमी में अपनी पढ़ाई पूरी न कर पाने वाले विद्यार्थी अब जीएनडीयू में अपनी पढ़ाई पूरी कर सकेंगे।
जासं, अमृतसर: किसी कारण नेशनल डिफेंस एकेडमी में अपनी पढ़ाई पूरी न कर पाने वाले विद्यार्थी अब जीएनडीयू में अपनी पढ़ाई पूरी कर सकेंगे। इस संबंधी गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी और नेशनल डिफेंस अकेडमी पुणे ने अहम समझौते पर हस्ताक्षर किए। इसके तहत विद्यार्थी आसानी से जीएनडीयू में अपनी पढ़ाई पूरी कर पाएंगे और अपना करियर बना सकते हैं। एमओयू साइन करने वक्त वीसी जसपाल सिंह संधू, प्रो. मनोज कुमार, प्रो. प्रीत महिदर सिंह बेदी, लेफ्टिनेंट जनरल असित मिस्त्री, नेशनल डिफेंस एकेडमी के प्रिसिपल ओमप्रकाश शुक्ला व अन्य मौजूद थे।
एनडीए के अधिकारियों ने बताया कि पिछले दस साल के दौरान छह हजार कैडेट एकेडमी से बाहर हो गए है। इनमें करीब 138 कैडेट एकेडेमिक्स मापदंडों, बाहरी ट्रेनिग, अनुशासन के मापदंड को पूरा नहीं कर पाने या ट्रेनिग के दौरान चोट लगने, पुरानी बीमारियों के कारण बाहर हो गए है। मगर इस समझौते के तहत अब कैडेट बिना एकेडेमिक्स चिता के अपनी तैयारी पूरी कर सकेंगे।
वीसी जसपाल सिंह संधू ने कहा कि यह समझौता बहुत ही अहम है। इसके जरिए अब जीएनडीयू में भी कैडेट को तैयार किया जाएगा। जोकि देश सेवा में अपना अहम योगदान दे सकेंगे। लेफ्टिनेंट जनरल असित मिस्त्री ने कहा कि एकेडमी ने हेडक्र्वाटर इंटीग्रेटड डिफेंस स्टाफ के साथ विचार करने के बाद अलग-अलग यूनिवर्सिटियों के साथ इस समझौते पर हस्ताक्षर करने का फैसला किया है ताकि किसी भी कारण बोर्ड से बाहर हुए कैडेट्स को उनकी शिक्षा पूरा करने में सहायता मिल सके। यूनिवर्सिटी ने एनडीए के कैडेट्स को दाखिले की मंजूरी दी
डीन प्रो. हरदीप सिंह ने बताया कि यूनिवर्सिटी ने एनडीए के कैडेट्स को अपने कोर्स पूरे करने के लिए दाखिले की मंजूरी दे दी है और इस संबंधी एकेडमी के साथ तालमेल रखने के लिए प्रो. प्रीत महिदर सिंह बेदी को इंचार्ज नियुक्त किया गया है।