सरकार से कारोबारी नाराज, बोले, बिल और टैक्स पूरे ले रही पर राहत कोई नहीं दी

व्यापार की दृष्टि से शास्त्री मार्केट विख्यात बाजार है। कोरोना की दस्तक के बाद से कारोबार नाममात्र रह गया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 12:00 PM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 12:00 PM (IST)
सरकार से कारोबारी नाराज, बोले, बिल और टैक्स पूरे ले रही पर राहत कोई नहीं दी
सरकार से कारोबारी नाराज, बोले, बिल और टैक्स पूरे ले रही पर राहत कोई नहीं दी

कमल कोहली, अमनदीप, अमृतसर: व्यापार की दृष्टि से शास्त्री मार्केट विख्यात बाजार है। कोरोना की दस्तक के बाद से कारोबार नाममात्र रह गया है। कोरोना के मामले कम होने के बावजूद पटरी पर व्यापार नहीं आ रहा। इससे दुकानदारों में निराशा है। इस समय दुकानदार मंदी के आलम में हैं। हालात काफी खराब हैं। सरकारों से भी कोई मदद नहीं मिली है। दुकनदारों का कहना है कि कोरोना के कारण लेबर भी पलायन कर चुकी है। पंजाब में महंगी बिजली भी समस्या का कारण बनी हुई है। कोरोना काल में बिजली बिल तो पूरे आ रहे हैं, सरकार टैक्स भी पूरे ले रही है मगर अभी तक उन्हें कोई राहत नहीं दी है जिससे के आर्थिक नुकसान की भरपाई हो सके। किसी भी सरकार ने कारोबारियों को कोई राहत नहीं दी है। केंद्र सरकार पूरे टैक्स ले रही है वहीं पंजाब में भी बिजली काफी महंगी है। इस समय दुकानों के खर्चे निकलना मुश्किल है। यदि हालात ऐसे रहे कारोबारियों को बेकारी के आलम में जुड़ना पड़ेगा।

-शास्त्री मार्केट एसोसिएशन के प्रधान जगदीश अरोड़ा लाकडाउन खत्म होने के बाद से मार्केट तो खुल गई है। पर अब कोरोना की तीसरी लहर के डर से व्यापारी बहुत परेशान है। व्यापारी बाहर से नही आ रहे हैं और न ही व्यापारी अपना माल बेचने जा सकते हैं। बाजार में पैसे की बहुत कमी है।

- शास्त्री मार्केट एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी दीपक राय मेहरा कपड़ों के कारोबार में सबसे बड़ी शास्त्री मार्केट में करोड़ों का कारोबार होता था। परंतु अब हालात विपरीत है। मार्केट मंदी के दौर में गुजर रही है। दुकानदार परेशान हैं। खर्चे नहीं निकल रहे हैं। मार्केट में बिजली की तारों का जाल बिछा हुआ है। पार्किंग व्यवस्था नहीं है। ऐसी मूलभूत सुविधाओं से भी दुकानदार परेशान हैं।

- कमल सेठी, व्यापारी सरकार को कारोबारियों के लिए कोई राहत पैकेज देना चाहिए। समस्याएं काफी है सरकार को इस बारे पता भी है। पर केंद्र व पंजाब की सरकार कारोबारियों के लिए कोई ध्यान नहीं दे रही जिससे दुकानदारों को काफी परेशानी आ रही है।

- जीपी महाजन, दुकानदार शास्त्री मार्केट व्यापारिक दृष्टि से काफी विख्यात है। दूसरे प्रदेशों से भी काफी ग्राहक आते हैं, लेकिन पार्किंग स्थल नहीं है। वहीं दुकानदारों के अब खर्चे निकलना भी मुश्किल है। सरकार को इस तरफ सोचना चाहिए।

- रमेश कपूर, दुकानदार टैक्सों की भरमार है। हर टैक्स समय से लिया जा रहा है। कोरोना के डर से लेबर पलायन कर गई है जिससे उद्योग सुचारू नही चल रहे है। दूसरी तरफ शास्त्री मार्केट मूलभूत सुविधाओं से वंचित है।

- रमेश गुप्ता, दुकानदार संकट के समय भी दुकानदार अपने कर्मचारियों को भी वेतन दे रहे हैं। सरकार को चाहिए था कि कारोबारियों तथा उनके कर्मचारियों के लिए कोई विशेष पैकेज दे। हर कारोबार में मंदी का दौर चल रहा है। गाहक बाजार में नाममात्र ही है। टूरिस्ट ना होने के कारण भी मार्केट मंदी के दौर में गुजर रही है।

- राजेश कपूर, दुकानदार लोगों की परचेजिग पावर में कमी आई है। जिस कारण होलसेल की मार्केट भी प्रभावित हुई है। बाजार में बिजली की तारों को ठीक किया जाना चाहिए। वहीं दुकानदारों की सरकार को सहायता करनी चाहिए। दुकानदारों के लिए टैक्सों में रिलीफ देनी चाहिए।

-कार्तिक बेदी, दुकानदार कारोबारियों को टैक्सो में माफी होनी चाहिए। कारोबारियों को आर्थिक पैकेज देना चाहिए। जब तक ग्राहकों की कमी है दुकानदारों के सभी टैक्स माफ कर देने चाहिए। शास्त्री मार्केट जहां पर करोड़ों का व्यापार होता था। अब नाममात्र ही कारोबार रह गया है।

- दानिश मेहरा, दुकानदार दुकानदार आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। यदि हालात ऐसे रहे तो दुकानों के खर्चे निकालना मुश्किल हो जाएगा। सरकार को सहायता करनी चाहिए। मंदी के दौर में काम करना मुश्किल है। सुबह दुकान में खोलते हैं शाम को चले जाते हैं। ग्राहक बिल्कुल नहीं है। हालात काफी नाजुक हैं।

-असीम अरोड़ा, दुकानदार

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