मंदी में कारोबार, व्यापारियों को सरकार से आर्थिक पैकेज की दरकार

शहर की सबसे बड़ी मार्केट आइडीएच जहां पर करोड़ों रुपये का रोजाना व्यापार होता था परंतु कोविड-19 के कारण बाहर से आने वाला ग्राहक न होने के कारण व्यापार सिर्फ लाखों तक सीमित रह गया है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Apr 2021 07:15 AM (IST) Updated:Fri, 23 Apr 2021 07:15 AM (IST)
मंदी में कारोबार, व्यापारियों को सरकार से आर्थिक पैकेज की दरकार
मंदी में कारोबार, व्यापारियों को सरकार से आर्थिक पैकेज की दरकार

कमल कोहली, अमृतसर :

शहर की सबसे बड़ी मार्केट आइडीएच जहां पर करोड़ों रुपये का रोजाना व्यापार होता था, परंतु कोविड-19 के कारण बाहर से आने वाला ग्राहक न होने के कारण व्यापार सिर्फ लाखों तक सीमित रह गया है। दुकानदार अब खर्चे निकालने में भी असमर्थ होते जा रहे हैं। ऐसे में दुकानदारों के लिए यह समस्या है कि वह कर्मचारियों के वेतन, बिजली के बिल, बैंक लोन के ब्याज व अन्य टैक्स किस तरह अदा करें। व्यापारियों की नजर सरकार पर टिकी हुई है।

दैनिक जागरण की टीम ने जब आइडीएच मार्केट के दुकानदारों से संपर्क किया तो उनका कहना है कि आज तक किसी भी सरकार ने व्यापारियों के हित के लिए कोई कार्य नहीं किया है। कोविड-19 में किसी तरह का कोई विशेष पैकेज नहीं दिया है, जिससे कारोबार करना मुश्किल होता जा रहा है। सरकार केंद्र की हो या पंजाब की। कोरोना के कारण हुए संकट में व्यापारियों का हाथ नहीं थामा। दुकानदार सिर्फ खुद ही हर तरह की समस्या से बाहर निकलने की कोशिश कर रहे हैं। अगर सरकार व्यापारियों को कुछ राहत दे तो उससे व्यापार करने में आसानी होगी। दुकानें खोल कर बैठ जाने से खर्चे नहीं निकलते, क्योंकि ग्राहक ही नहीं आ रहा है। समस्या दिन-ब-दिन गंभीर होती जा रही है। कुछ माह पहले व्यापार पटरी पर आया था। परंतु अब हालात पिछले वर्ष से भी ज्यादा खतरनाक हो गए हैं, जिससे खर्चे निकालना काफी मुश्किल हो गया है।

-दुकानदार प्रिस अरोड़ा ग्राहकों से भरी रहने वाली मार्केट में इस समय सन्नाटा छाया हुआ है। बिजली के बिल कर्मचारियों के खर्चे व अन्य तरह के कर दुकानदारों को सता रहे हैं।

-दुकानदार भूपेंदर सिंह कोविड-19 में सरकार को व्यापारियों के लिए बिजली के बिलों और बैंकों के ब्याज में छूट देनी चाहिए थी। ताकि व्यापारी इस संकट की घड़ी से बाहर निकल सकें।

-दुकानदार विकास जैन केंद्र व पंजाब सरकार को ऐसी योजना बनानी चाहिए थी जिससे व्यापारी वर्ग राहत महसूस कर सकता, पर ऐसा कोई भी पैकेज सरकार की तरफ से नहीं दिया गया जिस कारण व्यापारी मंदी के दौर में कार्य करने पर विवश है।

दुकानदार अजय मेहरा व्यापारियों का काम सिर्फ 30 प्रतिशत रह गया है। जैसे खर्चे निकालना अब मुश्किल होता जा रहा है। यदि हालात ऐसे रहे तो दुकानों के खर्चे निकालना व्यापारियों के लिए समस्या बन जाएगा। सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए।

दुकानदार राजिदर गुप्ता केंद्र सरकार को व्यापारियों के हित के लिए राहत पैकेज देना चाहिए। हर एक दुकानदार को सुविधाएं देनी चाहिए। यदि कोविड-19 के हालात ठीक ना हुए तो दुकानदार परेशानी के आलम में आ सकते हैं।

-दुकानदार देव कुमार व्यापारियों के हितों का कोई भी सरकार ध्यान नहीं रखती है। सिर्फ बयानबाजी में ही व्यापारियों को खुश किया जाता है। सरकार को ऐसी रणनीति बनानी चाहिए कि संकट की घड़ी में उन्हें किसी तरह की मुश्किल न आए। व्यापारियों को विशेष सुविधाएं देनी चाहिए।

दुकानदार सूरज वर्मा विवाह-शादियों का सीजन लगभग समाप्त हो चुका है। जहां खरीददारी करनेवालों की भीड़ लगी होती थी वहां सन्नाटा पसरा हुआ है। सारे काम प्रभावित होते जा रहे हैं। ऐसे में दुकानदार खर्चे निकालने में असमर्थ होते जा रहे हैं।

-दुकानदार विशाल जैन दुकानदारों के लिए सरकार को विशेष आर्थिक पैकेज देना चाहिए। बिजली के बिल माफ होने चाहिए। लाइसेंस फीस व अन्य कर भी माफ होने चाहिए। ताकि दुकानदार अपना काम कर सके।

दुकानदार तेजिदर सिंह बंटी करोड़ों की मार्केट अब जीरो तक सीमित रह गई है। खर्चे निकालना हर एक दुकानदार के लिए समस्या बनती जा रही है। दूसरे प्रदेशों से भी कोई ग्राहक नहीं आ रहा है। लोकल परचेजिग पावर भी कम हो गई है। जिस कारण दुकानदार खर्च निकालने में भी असमर्थ होते जा रहे हैं।

दुकानदार चेयरमैन सुरेंद्र जैन

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