पुस्तक मेले में शहादत को इबादत

अखिलेश ¨सह यादव, अमृतसर नेशनल बुक ट्रस्ट (एनबीटी) द्वारा खालसा कॉलेज परिसर में शुरू किए

By JagranEdited By: Publish:Mon, 24 Apr 2017 09:01 PM (IST) Updated:Mon, 24 Apr 2017 09:01 PM (IST)
पुस्तक मेले में शहादत को इबादत
पुस्तक मेले में शहादत को इबादत

अखिलेश ¨सह यादव, अमृतसर

नेशनल बुक ट्रस्ट (एनबीटी) द्वारा खालसा कॉलेज परिसर में शुरू किए गए पुस्तक मेले में युवा शहादत को इबादत कर रहे हैं। शहीद भगत ¨सह की जीवनी पर आधारित पुस्तकों के साथ साथ बच्चों की पुस्तकें धड़ाधड़ बिकने से ट्रस्ट के अधिकारियों की बांछे खिल गयी है।

ट्रस्ट के सहायक निदेशक ने कहा कहा कि पहले यह मेला कुल्लू में आयोजित करना था, लेकिन वहां छोड़ कर अधिकारियों ने खालसा कॉलेज परिसर में मेले का आयोजन किया, जिसका सार्थक परिणाम देख आयोजकों के चेहरे पर खुशी से खिल उठे हैं। हालांकि मेले में लगाए गए अन्य कुछेक प्रकाशकों के स्टाल सूने दिखे।

दो दिन में बिके 60 हजार के टाइटल

नेशनल बुक ट्रस्ट ने महज दो दिनों में अपने 468 टाइटल बेचकर 60 हजार रुपये एकत्रित कर लिए है। आयोजकों को उम्म्मीद है कि मेला अभी यौवन पर आएगा और लोगों की दिलचस्पी पुस्तकों के प्रति बढ़ेगी। इन दो दिनों में ट्रस्ट ने शहीद भगत ¨सह के जीवन पर आधारित पुस्तक पंजाबी भाषा में सर्वाधिक बेची है। शहीद भगत ¨सह की पुस्तक का मूल्य 105 रुपये है। उसके बाद बच्चों की ज्ञानवर्धक किताबें व मनोरंजक किताबों की बिक्री हुई है।

35 रुपये में 1857 की कहानी

एनबीटी द्वारा बेची जाने वाली किताबों में हैप्पी संडे मूल्य 25 रुपये, हाउस विद टेरिस मूल्य 35 रुपये, आंखों की देखभाल मूल्य 8 रुपये, ए रियल जिराफ 35 रुपये रही है। उसके बाद ए¨जग पुस्तक मूल्य 25 रुपये, मिरजा गालिब 1857 की कहानी मूल्य 35 रुपये, घर में कैसे बागबानी करें पर आधारित पुस्तक ओरनामेंट गार्ड¨नग मूल्य 700 रुपये में बिक रही है।

पुस्तकों के प्रति बढ़ रहा है रुझान

राष्ट्रीय बुक ट्रस्ट के डायरेक्टर मयंक सुरोलिया ने बताया कि किताबों के प्रति लोगों में दिलचस्पी बढ़ रही है। यह एक अच्छा रुझान है। कई स्कूलों के अध्यापक व विद्यार्थी पुस्तक मेले में पहुंच कर अपनी अपनी पसंद की किताबों को खरीद रहे है। उन्होंने देश की रक्षा में जान कुर्बान करने वाले शहीदों पर आधारित पुस्तक वीर गाथा की पांच सीरीज निकाली है। यह पुस्तक मेले में प्रदर्शित की गयी है जिसको लोग खूब सराह रहे है। इसके अलावा बच्चों की पुस्तक तोतो चान पंजाबी अनुवाद जिसका मूल्य 50 रुपये है भी बच्चे पसंद कर रहे है।

कई स्कूलों के ¨प्रसिपल भी पहुंचे पुस्तक मेले में

मयंक ने बताया कि पुस्तक मेले में गुरु हरिकिशन स्कूल जीटी रोड के प्रतिनिधि मेले में पहुंचे थे। उन्होंने पुस्तकों के लिए आर्डर भी दिया है। वही गुरदासपुर के रियाड़की कालेज के ¨प्रसिपल भी आए थे। उन्होंने ऐसा ही मेला गुरदासपुर में आयोजित करने का आग्रह किया है।

सिविल सर्विसेज की तैयारी भी करवाती हैं पुस्तकें

मेले में सिविल सर्विसेज के अलावा अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाने वाली 90 पुस्तकें भी उपलब्ध हैं। एनबीटी के स्टाल पर सुशोभित इन पुस्तकों को पढ़ कर विद्यार्थी अपने करियर को संवार सकते हैं।

नहीं निकल पा रहे स्टाल के खर्च

राजा पाकेट बुक, राज कामिक्स व राजकमल प्रकाशक स्टाल पर खड़े कर्मियों ने बताया कि उन्होंने तीस हजार रुपये स्टाल के लिए दिए थे। फिलहाल उन्हें पुस्तकें बेच कर महज दस हजार रुपये दो दिनों में हासिल हुए है। राज कामिक्स की नागराज, ध्रुव, बांकेलाल सहित अन्य कई बच्चों की ज्ञान भरपूर पुस्तकें स्टाल पर उपलब्ध थी। स्टाल संचालक का कहना था कि वे सिर्फ लोगों को पुस्तकों के साथ जोड़ने आए हैं। वही कई स्टालों पर इक्का दुक्का लोग मौजूद थे। ओशो के स्टाल पर युवा काफी अधिक संख्या में ओशो की पुस्तकों को देख रहे थे।

15 मई से कुल्लू में होगा मेला

कुल्लू हिमाचल प्रदेश में राष्ट्रीय पुस्तक मेला आयोजित किया जाएगा। मयंक ने बताया कि कुल्लू में मेले की तैयारियों के लिए वे मंगलवार को हिमाचल रवाना हो जाएंगे। वहां पर मेले के प्रबंध को देखा जाएगा।

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