वारदात में शामिल बोलेरो रात को चोरी, हुई या करवाई गई?
अवतार हत्याकांड में पुलिस की सुस्त चाल के कारण पीड़ित पक्ष को वीरवार की सुबह पहला कमजोर झटका लगा। रांझे दी हवेली के बाहर खड़ी की बोलेरो चोरी हो गई है।
नवीन राजूपत, अमृतसर
अवतार हत्याकांड में पुलिस की सुस्त चाल के कारण पीड़ित पक्ष को वीरवार की सुबह पहला कमजोर झटका लगा। रांझे दी हवेली के बाहर खड़ी की बोलेरो चोरी हो गई है। यह गाड़ी अवतार की थी। इसी में वह रात को घर लौट रहा था। वहीं परिवार का आरोप है कि पुलिस उनकी एफआइआर को कमजोर करने के लिए सुबूत खुर्दबुर्द करने में जुटी है ताकि अपने विभाग के सब इंस्पेक्टर तेजिदर सिंह, उसके हत्यारोपित बेटे अंतर काहलों और शहर में गुंडागर्दी करने वाले अंतर के गिरोह को बचाया जा सके।
हीरा सिंह ने आरोप लगाया कि पुलिस ने अभी तक एफआइआर में हत्या प्रयास की धारा के अलावा कई अहम सुबूतों को शामिल नहीं किया है। पुलिस को चाहिए था कि उनके भाई अवतार की बोलेरो को कब्जे में ले लेकिन तीन दिन बीतने के बावजूद ऐसा नहीं किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि सब इंस्पेक्टर तेजिदर सिंह सीआइए स्टाफ में तैनात है और उसकी कई अफसरों और शहर के अपराधियों के साथ संबंध हैं। इसकी एवज में इस मामले में सुबूत को खुर्दबुर्द करवाकर केस को कमजोर करवाया जा रहा है। पीड़ित ने नहीं लाकर दिए सबूत: इंस्पेक्टर
सुल्तानविड थाने के इंस्पेक्टर परनीत ढिल्लों ने बताया कि पीड़ित ने उन्हें केस से जुड़े सुबूत लाकर नहीं दिए। यहां तक कि अभी तक एमएलआर (मेडिकल लीगल रिपोर्ट) भी थाने में जमा नहीं करवाई है। बोलेरो भी परिवार को लाकर थाने लगानी चाहिए थी। केस कमजोर करने वाली बात निराधार है। पुलिस एकत्र करती है सुबूत: वकील
पीड़ित के वकील रवि महाजन ने बताया कि हत्या जैसे मामलों में पुलिस सुबूत एकत्र करती है। बोलेरो थाने लगाना पुलिस की ड्यूटी थी ना कि पीड़ित की। एमएलआर अस्पताल से पुलिस को मिलती है ना कि पीड़ित को। धोखाधड़ी और गबन जैसे मामलों में शिकायतकर्ता सुबूत एकत्र कर पुलिस को देता है। हत्या और दुष्कर्म जैसे मामलों में नहीं। दैनिक जागरण ने किया पुलिस की सुस्त चाल का जिक्र
दैनिक जागरण ने वीरवार के अंक में समाचार पुलिस सुस्त, 48 घंटे बीते, न रेड, न राउंडअप और न ही गिरफ्तारी को प्रकाशित कर खुलासा कर दिया था। इस दौरान आरोपित वारदात में शामिल बोलेरो चोरी कर ले गए। उक्त बोलेरो से पुलिस को कई सबूत हाथ लगने थे।